छठ पर्व पर सफेद झाग वाली यमुना में नहाना कितना खतरनाक, हो सकते हैं गंभीर बीमारी के शिकार

नई दिल्ली: दिल्ली- एनसीआर की हवा खराब होने लगी है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में गिरावट है. सुबह के समय आसमान में धुंध छाई रहती है. सांस लेने में अब लोगों को परेशानी महसूस हो रही है. वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी में जहरीला झाग बन रहा है. छठ पर्व के दौरान बड़ी संख्या में […]

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छठ पर्व पर सफेद झाग वाली यमुना में नहाना कितना खतरनाक, हो सकते हैं गंभीर बीमारी के शिकार

Shikha Pandey

  • October 25, 2024 3:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 weeks ago

नई दिल्ली: दिल्ली- एनसीआर की हवा खराब होने लगी है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में गिरावट है. सुबह के समय आसमान में धुंध छाई रहती है. सांस लेने में अब लोगों को परेशानी महसूस हो रही है. वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी में जहरीला झाग बन रहा है.

छठ पर्व के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु यमुना नदी के झाग वाले पानी में नहाते हैं. झाग वाला पानी उनके सेहत के लिए काफी खतरनाक है. इस पानी में नहाने से उन्हें कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. तो चलिए जानते है कि सफेद झाग वाले पानी में नहाना क्यों रिस्की माना जा रहा है.

यमुना नदी में झाग क्यों बनता है

जिस जगह से यमुना नदी गुजरती हैं. वहां पर फैक्ट्रियों की संख्या अधिक है. वहीं फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल वेस्ट बिना फिल्टर ही यमुना नदी में मिल जाता है. इसके अलावा शहर का गंदा पानी भी यमुना नदी में कई जगहों से मिलता है. जिसके वजह से ये पानी काला दिखाई देता है. इसमें झाग भी बनते हैं.

कितना खतरनाक

यमुना के पानी से अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी हो सकती हैं. वहीं स्किन में जलन, भयानक चकत्ते निकलना और खतरनाक तरीके की एलर्जी हो सकती है. यमुना नदी के पानी में जहरीले केमिकल्स पाए जाते हैं. इनसे लंबे समय तक संपर्क में रहने वालों की लिवर-किडनी को नुकसान पहुंच सकता है. इसके अलावा पुरानी बीमारियों का  उभरने का खतरा भी रहता है.

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