नई दिल्लीः अमेरिका में इस साल के आखिर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक, दोनों ही पार्टियां इस चुनाव के लिए प्रचार- प्रसार में लगी हुईं हैं। इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व नेता रही तुलसी गबार्ड ने रिपब्लिकन पार्टी का हाथ थाम लिया है। इस बात का ऐलान उन्होंने खुद नॉर्थ […]
नई दिल्लीः अमेरिका में इस साल के आखिर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक, दोनों ही पार्टियां इस चुनाव के लिए प्रचार- प्रसार में लगी हुईं हैं। इस बीच डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व नेता रही तुलसी गबार्ड ने रिपब्लिकन पार्टी का हाथ थाम लिया है। इस बात का ऐलान उन्होंने खुद नॉर्थ कैरोलिना में डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली में किया।
रैली के दौरान तुलसी गबार्ड ने कहा, “आज मैं आपके साथ गर्व के साथ खड़ी हूं और घोषणा करती हूं कि मैं अब रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हो रही हूं।” आपको बता दें कि तुलसी गबार्ड अमेरिका की पहली हिंदू सांसद हैं। तुलसी गबार्ड ने अमेरिकी समोआ का प्रतिनिधित्व किया था। हालांकि, साल 2022 में उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी और स्वतंत्र राजनीति की राह पर चल पड़ीं। लेकिन अब उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली के मंच से रिपब्लिकन पार्टी में शामिल होने का ऐलान किया है। तुलसी गबार्ड ट्रंप की जीत का कारण साबित हो सकती हैं।
43 वर्षीय तुलसी गबार्ड के रिपब्लिकन पार्टी में शामिल होने के फैसले ने कई लोगों को चौंकाया है। डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी रैली में उत्साही भीड़ के सामने मंच पर तुलसी गबार्ड ने आधिकारिक तौर पर खुद को रिपब्लिकन पार्टी का सदस्य होने की पुष्टि की। आपको बता दें कि तुलसी गबार्ड को कभी डेमोक्रेटिक पार्टी में उभरता हुआ नेता माना जाता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में तुलसी गबार्ड की विचारधारा बदल गई और उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी।
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