नई दिल्ली: देश में एक बार फिर चक्रवाती तूफान कई जिलों में तबाही मचाने आ रहा है. इस दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और तेज हवाएं चलेंगी, जिससे कई राज्यों में मूसलाधार बारिश के आसार हैं. IMD ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है. इस तूफान से निपटने के लिए शासन प्रशासन ने भी […]
नई दिल्ली: देश में एक बार फिर चक्रवाती तूफान कई जिलों में तबाही मचाने आ रहा है. इस दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और तेज हवाएं चलेंगी, जिससे कई राज्यों में मूसलाधार बारिश के आसार हैं. IMD ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है. इस तूफान से निपटने के लिए शासन प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है. पश्चिम बंगाल के 7 जिलों में 26 अक्टूबर तक सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और कई ट्रेनें भी रद्द रहेंगी.
पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना दबाव 4 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और 23 अक्टूबर को इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है. 24 अक्टूबर की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में एक भीषण चक्रवाती तूफान. IMD के मुताबिक, चक्रवाती तूफान के 24 अक्टूबर की रात से 25 अक्टूबर की सुबह तक पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराने की आशंका है. भूस्खलन के समय तेज रफ्तार से हवाएं चलेंगी. समुद्र में 100-120 किलोमीटर तक ऊंची लहरें उठेंगी. तब यह भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में तटों को पार करेगा.
IMD ने भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है. ओडिशा के बालासोर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, पुरी, जगतसिंहपुर, 23 अक्टूबर को खोरदा जिलों में और ओडिशा के बालेश्वर, केंद्रपाड़ा, मयूरभंज, जाजपुर, भद्रक, ढेंकनाल, जगतसिंहपुर केंदुझर, कटक, खोरदा और पुरी जिलों में 24-25 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. 24-25 तारीख को पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्र के दक्षिण और उत्तर 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, हावड़ा, हुगली, कोलकाता और बांकुरा जिलों में भारी बारिश होगी.
मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के समुद्री तटों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है. 24 की रात से 25 अक्टूबर की सुबह तक समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और मौसम खराब रहेगा. चक्रवाती तूफान 25 अक्टूबर की दोपहर तक कहर बरपाएगा और फिर धीरे-धीरे कम होने लगेगा. मछुआरों को भी 23 से 25 अक्टूबर के दौरान समुद्री तटों के पास न जाने की सलाह दी गई है.
आईएमडी के मुताबिक पश्चिम बंगाल और ओडिशा के प्रभावित जिलों में चक्रवाती तूफान से घरों की छतें उड़ सकती हैं. कई छतें उड़ सकते है और पेड़ गिर सकते हैं. बिजली और संचार लाइनें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं. कच्ची सड़कें बह सकती हैं और जगह-जगह पानी भर सकता है. जर्जर मकान गिर सकते हैं। सड़कों पर पानी भरने से ट्रैफिक जाम भी होगा.
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