आजकल प्रदूषण बहुत बढ़ गया है. ऐसे में खराब वातावरण के कारण कई समस्याएं हो सकती हैं

प्रदूषित वातावरण के कारण हृदय और फेफड़ों से संबंधित रोग हो सकते हैं

प्रदूषण के कारण श्वसन नली में सूजन हो सकती है, जिससे अस्थमा की समस्या हो सकती है

ये खांसी, सांस की तकलीफ और छाती में जकड़न जैसे अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है.

प्रदूषित हवा के लंबे समय तक संपर्क में रहने से फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है,अगर आप धूम्रपान करते हैं तो यह और भी खतरनाक हो सकता है

खराब वातावरण के कारण हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। प्रदूषण से रक्तचाप बढ़ सकता है जो हृदय स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है

प्रदूषण के कारण छोटे बच्चों की हेल्थ ज्यादा प्रभावित हो सकती है. ये बच्चों की नाक, गले और फेफड़ों को संक्रमित कर सकता है.

सीओपीडी यानी क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज. यह सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है. इसमें मरीज को सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है.