नई दिल्लीः मध्य प्रदेश की IAS अधिकारी शैलबाला मार्टिन के सवालों ने देश में बवाल मचा दिया है। दरअसल, मोहन यादव की सरकार ने पिछले साल ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए दिशा निर्देश जारी किए थे। इस मुद्दे पर पोस्ट कर IAS अधिकारी ने एक बार फिर विवाद पैदा कर दिया है। उन्होंने लिखा […]
नई दिल्लीः मध्य प्रदेश की IAS अधिकारी शैलबाला मार्टिन के सवालों ने देश में बवाल मचा दिया है। दरअसल, मोहन यादव की सरकार ने पिछले साल ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए दिशा निर्देश जारी किए थे। इस मुद्दे पर पोस्ट कर IAS अधिकारी ने एक बार फिर विवाद पैदा कर दिया है। उन्होंने लिखा कि क्या मंदिरों में लगे लाउडस्पीकर से किसी को डिस्टर्बेंस नही होता है।
शैलबाला मार्टिन का सवाल एक वरिष्ठ पत्रकार के पोस्ट के जवाब में आया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘और मंदिरों पर लगे लाउडस्पीकर, जो कई कई गलियों में दूर तक स्पीकर्स के माध्यम से ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं, जो आधी आधी रात तक बजते हैं उनसे किसी को डिस्टरबेंस नहीं होता’
और मंदिरों पर लगे लाउडस्पीकर, जो कई कई गलियों में दूर तक स्पीकर्स के माध्यम से ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं, जो आधी आधी रात तक बजते हैं उनसे किसी को डिस्टरबेंस नहीं होता🤔 https://t.co/rQ8axYQkre
— Shailbala Martin (@MartinShailbala) October 20, 2024
पत्रकार ने ट्वीट कर मस्जिदों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल और बाहर डीजे बजाने की प्रथा पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि अगर मस्जिदों में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल बंद हो जाए तो क्या मस्जिदों के बाहर डीजे और नारेबाजी बंद हो जाएगी? इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शैलबाला मार्टिन ने मंदिरों में लाउडस्पीकर से होने वाले ध्वनि प्रदूषण पर सवाल उठाए।
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