चंडीगढ़. हरियाणा में तीसरी बार भाजपा सरकार बनने के बाद मंत्रियों में विभागों का बंटवारा हो गया है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुल 12 मंत्रालय अपने पास रखे हैं जिसमें वित्त, योजना, आबकारी, सूचना, निगम और ग्राम नियोजन, कानून के साथ वो गृह मंत्रालय भी है जो कभी अनिल विज के पास हुआ करता […]
चंडीगढ़. हरियाणा में तीसरी बार भाजपा सरकार बनने के बाद मंत्रियों में विभागों का बंटवारा हो गया है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुल 12 मंत्रालय अपने पास रखे हैं जिसमें वित्त, योजना, आबकारी, सूचना, निगम और ग्राम नियोजन, कानून के साथ वो गृह मंत्रालय भी है जो कभी अनिल विज के पास हुआ करता था. नायब सैनी दूसरी बार सीएम बने हैं.
सैनी ने गृह मंत्रालय अपने पास रखा
जब वह पहली बार सीएम बने थे तो अनिल विज नाराज हो गये थे और उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था. वह विधायक दल की बैठक छोड़कर चले गये थे. सैनी के दूसरे मंत्रिमंडल में वह मंत्री तो बन गये हैं लेकिन गृह मंत्रालय छिन गया है. इस बार उन्हें परिवहन, लेबर और उर्जा मंत्रालय दिया गया है. गृह मंत्रालय सीएम नायब सिंह सैनी ने अपने पास रख लिया है.
विज का गृह मंत्रालय छिन गया
इसमें बड़ा संकेत है. चुनाव के दौरान जब विज अंबाला कैंट में कांटे की टक्कर में फंसे थे तब भी जीतने पर सीएम बनने की बात कही थी और उसके बाद यहां तक कह दिया था पार्टी नेतृत्व ने चाहा तो अगली बार सीएम आवास में मुलाकात होगी. विज यह दावा करते रहे हैं कि वह पार्टी में वरिष्ठतम हैं लिहाजा सीएम पद पर उनकी दावेदारी बनती है.
सीएम सैनी हुए मजबूत
सीएम सैनी के मंत्रालयों पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि इस बार उन्होंने यह दिखाने की कोशिश की है कि वह काफी मजबूत हैं. पहली बार तो वह तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर को हटाये जाने के बाद केंद्रीय नेतृत्व के आशीर्वाद और जातीय समीकरणों के वजह से बने थे लेकिन इस बार चुनाव जीतकर बने हैं. साफ संदेश दिया गया है कि सीएम सैनी पहले से और अधिक मजबूत हो गये हैं.
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