लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले दिनों हुई हिंसा ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है. फिलहाल हिंसा को 6 दिन हो चुके हैं. हिंसा वाले पूरे इलाके में अभी भी तनाव की स्थिति है. इस बीच गुरुवार को गुरुवार को पुलिस ने राम गोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल दो आरोपियों सरफराज […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बहराइच में पिछले दिनों हुई हिंसा ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है. फिलहाल हिंसा को 6 दिन हो चुके हैं. हिंसा वाले पूरे इलाके में अभी भी तनाव की स्थिति है. इस बीच गुरुवार को गुरुवार को पुलिस ने राम गोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल दो आरोपियों सरफराज और तालीम का एनकाउंटर किया, जिसमें उसके पैरों में गोली लगी है. फिलहाल दोनों का बहराइच जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसी बीच बवाल के बाद अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने की तैयारी चल रही है.
बताया जा रहा है कि गुरुवार को राजस्व व लोक निर्माण विभाग की टीम ने जांच-पड़ताल की. हालांकि इस मामले में अभी अधिकारी बोलने से बच रहे हैं लेकिन मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद समेत 30-40 मकान अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने की जद में आ सकते हैं. इसे लेकर चिन्ह लगाना भी शुरू कर दिया गया.
एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि ग्रामीणों ने शिकायत की है तो इन आरोपों को देखा जा रहा है. ग्रामीणों के मुताबिक महराजगंज में दुकानदारों ने टीन शेड लगाकर अतिक्रमण कर रखा है, इस वजह से सड़क सकरी हो गई है.
बता दें कि पूरा मामला बहराइच जिले के हरदी थाने के रेहुआ मंसूर गांव का है. यहां रविवार शाम को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए भीड़ पर महराजगंज बाजार में मुसलमानों ने पथराव कर दिया. इतना ही नहीं उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की. इसमें रेहुआ मंसूर गांव के 22 साल के राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई. एक अन्य शख्स बुरी तरह से घायल है। राम गोपाल की शादी को सिर्फ 4 महीने हुए थे. परिजन आरोप लगा रहे कि मुसलमानों की भीड़ ने खींचकर बाहर निकाला और फिर उसे गोली मार दी.
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