मुंबई: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में फरार आरोपी जीशान अख्तर उर्फ ’जुल्मी’ का असली नाम और आपराधिक रिकॉर्ड डोजियर से सामने आ गया है.डोजियर के मुताबिक, जीशान का असली नाम मोहम्मद यासीन अख्तर है, जिसे अपराध की दुनिया में जेसी, जस्सी और सिकंदर के नाम से भी जाना जाता है। जुल्मी निशाना लगाने में माहिर […]
मुंबई: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में फरार आरोपी जीशान अख्तर उर्फ ’जुल्मी’ का असली नाम और आपराधिक रिकॉर्ड डोजियर से सामने आ गया है.डोजियर के मुताबिक, जीशान का असली नाम मोहम्मद यासीन अख्तर है, जिसे अपराध की दुनिया में जेसी, जस्सी और सिकंदर के नाम से भी जाना जाता है।
जीशान उर्फ जस्सी के गैंग में करीब 22 लोग शामिल हैं और उसका नाम जालंधर के सदर थाने में 30 लाख रुपये की एक्सटॉर्शन (रंगदारी) के मामले में भी दर्ज है. इस मामले में उसने रानो नामक व्यक्ति से पैसे नहीं मिलने पर उसके घर पर दो गोलियां चलाई थीं. डोजियर के मुताबिक, जीशान को अपराध करने के लिए .32 और .30 कैलिबर पिस्तौल का उपयोग करने में विशेषज्ञता हासिल है। जीशान के खिलाफ हत्या के साथ-साथ कुल 7 मामले दर्ज हैं, जिनमें से कई गंभीर आपराधिक मामले शामिल हैं।
मोहम्मद यासीन अख्तर उर्फ जुल्मी का नाम अब सिनेमा की दुनिया में काफी बदनाम हो चुका है. उसकी गतिविधियां और आपराधिक गतिविधियां पुलिस के रडार पर हैं और पुलिस उसे पकड़ने की पूरी कोशिश कर रही है। एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में चौथे आरोपी जीशान अख्तर को पहले ही हत्या और डकैती के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है और उसकी गिरफ्तारी से मामले में नया मोड़ आ गया है. साल 2022 में जालंधर पुलिस ने उसे हत्या और लूट के एक मामले में नकोदर इलाके के गांव शकर से गिरफ्तार किया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जब जीशान अख्तर जेल में था तो उसकी मुलाकात कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से हुई. जेल से छूटने के बाद जीशान हरियाणा के कैथल में गुरमेल नाम के शख्स के घर गया, जहां से उसे हत्या का आदेश मिला और फिर वह मुंबई चला गया. सभी आरोपी मुंबई में एक साथ रहकर प्लानिंग कर रहे थे.
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