नई दिल्ली: देश में जाति-जनगणना मामला विपक्ष लगातार सवाल उठा रही है. वहीं कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चनाव के दौरान इस मुद्दे को जोरों- शोरों से उठाया था. लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने इसे अपने घोषणा -पत्र में भी शामिल किया था. दूसरी तरफ मोदी सरकार जाति जनगणना नहीं करानी चाहती है. अब […]
नई दिल्ली: देश में जाति-जनगणना मामला विपक्ष लगातार सवाल उठा रही है. वहीं कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चनाव के दौरान इस मुद्दे को जोरों- शोरों से उठाया था. लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने इसे अपने घोषणा -पत्र में भी शामिल किया था. दूसरी तरफ मोदी सरकार जाति जनगणना नहीं करानी चाहती है. अब आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू भी इस मामले में कूद गए हैं. उन्होंने अब जातिगत जनगणना की मांग की है.
अभी तक इस मामले में नीतीश कुमार, चिराग पासवान, संघ, राहुल गांधी, अनुप्रिया पटेल, संजय निषाद और ओपी राजभर भी जातिगत जनगणना की मांग का कर चुके हैं. इस मामले में अब एक नया नाम TDP प्रमुख आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू का भी जुड़ गया है. इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में उनसे सवाल पूछा गया कि क्या जाति जनगणना के भावना का सम्मान किया जाना चाहिए. इसपर जवाब देते हुए कहा कि इस भावना का सम्मान होना चाहिए. इसमें कोई दो राय नहीं है.
चंद्रबाबू नायडू ने कहा देश में आज गरीबी सबसे बड़ा मुद्दा है. अगर आप कमजोर वर्ग से ताल्लुक रखते हो और आपके पास पैसा है तो लोग आप की इज्जत करते हैं. दूसरी तरफ आप उंची जाति से हैं और आप के पास पैसा नहीं है तो आपकी इज्जत कोई नहीं करेगा. पैसा बहुत जरूरी है. पैसे से लाइफ में संतुलन आता है और वह संतुलन बनाना होगा.
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