नई दिल्ली: 1 अक्टूबर, 2024 को ईरान ने इजरायल पर 200 मिसाइलें दागी थी. ईरान ने इजरायल के ड्रोन सिस्टम ने पूरी तरह से नष्ट कर दिया था. हालांकि, कुछ मिसाइलें इजरायल की धरती पर गिरीं जिससे कुछ इमारतों को नुकसान हुआ था. इजरायल ने दावा किया है कि इस हमले में कोई नागरिक हताहत […]
नई दिल्ली: 1 अक्टूबर, 2024 को ईरान ने इजरायल पर 200 मिसाइलें दागी थी. ईरान ने इजरायल के ड्रोन सिस्टम ने पूरी तरह से नष्ट कर दिया था. हालांकि, कुछ मिसाइलें इजरायल की धरती पर गिरीं जिससे कुछ इमारतों को नुकसान हुआ था. इजरायल ने दावा किया है कि इस हमले में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ है. ईरान के हमले के जवाब में इजरायल ने जोरदार प्रतिशोध लेने का ऐलान किया है.
इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले तेज कर दिए हैं, इसके परिणामस्वरूप हिजबुल्लाह के कई कमांडर मारे गए हैं. हिजबुल्लाह के कमांडर हसन नसरल्लाह की मौत के बाद से ईरान के सर्वोच्च नेता खमनेई सतर्क हो गए और किसी अज्ञात स्थान जाकर छुप गए है. सार्वजनिक संबोधन में वह फिर से दिखाई दिए थे.
खमनेई के सार्वजनिक संबोधन के दौरान उसके पास कुछ शक्तिशाली हथियार थे. जिसे संभावित रूप से चीनी निर्मित लेजर गाइडेड मिसाइल-रोधी प्रणाली शामिल है. यह आधुनिक हथियार आकाश से आने वाली किसी भी मिसाइल या ड्रोन को नष्ट करने की क्षमता रखता है. बता दें कि चीन भारत का जानी दुश्मन है और वह ईरान को हर तरह की मदद कर सकता है.
इस हथियार को शेन नुंग 3000 के जैसा बताया गया है. यह भी संभव हो सकता है कि वह एक अलग डिज़ाइन हो. एंटी-ड्रोन लेजर सिस्टम का निर्माण चीन में व्यापक रूप से हो रहा है, और यह सभंव हो सकता है कि यह ईरानी उत्पादन हो. इस स्थिति में इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू की राजनीतिक स्थिति के लिए चुनौतीपूर्ण समय है और अब उनकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.
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