नई दिल्ली: टाइफून हेलेन के बाद अमेरिका पर एक और चक्रवाती तूफान खतरा बनकर मंडरा रहा है. तूफान हेलेन ने अमेरिका के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में भारी तबाही मचाई. अब कैटेगरी 3 टाइफून मिल्टन फ्लोरिडा की ओर बढ़ रहा है, जो 9 अक्टूबर की सुबह तक सेंट्रल फ्लोरिडा से टकराएगा. एक्यू वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, […]
नई दिल्ली: टाइफून हेलेन के बाद अमेरिका पर एक और चक्रवाती तूफान खतरा बनकर मंडरा रहा है. तूफान हेलेन ने अमेरिका के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में भारी तबाही मचाई. अब कैटेगरी 3 टाइफून मिल्टन फ्लोरिडा की ओर बढ़ रहा है, जो 9 अक्टूबर की सुबह तक सेंट्रल फ्लोरिडा से टकराएगा. एक्यू वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक, यह उष्णकटिबंधीय तूफान मिल्टन मैक्सिको की खाड़ी में बना है. इसके तूफान में बदलने के बाद मध्य और दक्षिण फ्लोरिडा में 4 से 8 इंच बारिश होने का अनुमान है. टाम्पा और ऑरलैंडो में 8 से 12 इंच बारिश हो सकती है.
फ्लोरिडा के निवासियों को अगले सप्ताह 115 मील प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान-बल वाली हवाओं, बिजली कटौती, बवंडर और उच्च समुद्र का सामना करना पड़ सकता है. तूफान के कारण दक्षिण और मध्य फ्लोरिडा में बाढ़ का खतरा है. इस तूफ़ान से दक्षिण जॉर्जिया और दक्षिण कैरोलिना के कुछ हिस्से भी प्रभावित हो सकते हैं. सोमवार की सुबह मिल्टन श्रेणी (category1) के Typhoon में बदल जाएगा. पूर्वानुमान के मुताबिक, बुधवार को सेंट्रल फ्लोरिडा पहुंचते-पहुंचते यह श्रेणी-2 का तूफान बन जाएगा और उसके बाद श्रेणी-3 तूफान के रूप में आगे बढ़ सकता है.
फ्लोरिडा के नेशनल हरिकेन सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, तूफान का असर फ्लोरिडा में रविवार को ही दिखेगा. तूफान मिल्टन के पश्चिम से आने पर भारी बारिश शुरू होने की उम्मीद है. तूफान के बुधवार को फ्लोरिडा से टकराने के बाद और अटलांटिक में उभरने से पहले भूस्खलन की आशंका है. फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने ब्रेवार्ड, चार्लोट, सिट्रस, फ्लैग्लर, कोलियर, ग्लेड्स, डेसोटो, हेंड्री, फ्लैग्लर, हाइलैंड्स, हार्डी, हिल्सबोरो, हर्नान्डो, हाइलैंड्स,इंडियन रिवर, लेक, मार्टिन, मियामी-डेड, ली, मैनेटी, मैरियन, मोनरो, ओकीचोबी, ऑरेंज, ओसियोला, पाम बीच, पास्को, पिनेलास, पोल्क, पुटनाम, सेंट लूसी, सुमटर सरसोटा, सेमिनोल, सेंट जॉन्स, और वोलुसिया काउंटी में आपातकाल की घोषणा कर दी है.
तूफान मिल्टन शनिवार दोपहर को मेक्सिको के वेराक्रूज से लगभग 220 मील (354 किलोमीटर) उत्तर/उत्तरपूर्व में था, अधिकतम 40 मील प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि तूफान कहां जाता है, इसके एक बड़े क्षेत्र पर असर पड़ने की आशंका है. भारी बारिश से बाढ़ का खतरा पैदा हो जाएगा. तूफान हेलेन ने दक्षिण-पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका में भारी तबाही मचाई, जिससे मानवीय-आर्थिक संकट गहरा गया. 6 राज्यों में कम से कम 225 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और लाखों लोग बेघर हो गए हैं.
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