साल 1948 में पाकिस्तानी रुपया आधिकारिक मुद्रा बना.
मुद्रा में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर दिखती है.
जिस तरह भारतीय मुद्रा को INR लिखते हैं, वैसे ही पाकिस्तानी मुद्रा को PKR लिखते हैं.
भारत के मुकाबले पाकिस्तान की करंसी को ऐसे समझ सकते हैं कि पाकिस्तान का एक रुपए भारतीय करंसी में 30 पैसेके बराबर है.
इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि पाकिस्तान करंसी के 100 रुपए की भारत में वैल्यू 30 रुपए 22 पैसे के बराबर होती है. यानी ये घट जाती है.
इस तरह यह साफ है कि पाकिस्तानी करंसी भारतीय मुद्रा के सामने काफी कमजोर है. भारत में इसकी वैल्यू घट जाती है.
विभाजन के बाद भारत सरकार के रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पहली बार पाकिस्तानी रुपए को छापा था.