नई दिल्ली। हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद ईरान ने इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। मंगलवार देर रात 10 बजे के करीब इजरायल पर 400 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई है। इजरायली डिफेंस फोर्स ने हमले के बाद साफ़ कर दिया है कि वो ईरान को […]
नई दिल्ली। हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद ईरान ने इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। मंगलवार देर रात 10 बजे के करीब इजरायल पर 400 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई है। इजरायली डिफेंस फोर्स ने हमले के बाद साफ़ कर दिया है कि वो ईरान को मुंह तोड़ जवाब देंगे। पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। इस हमले के बाद से मिडिल ईस्ट में जबरदस्त तनाव देखा जा रहा है। ईरान और इजरायल दोनों ऐसे देश हैं, जिसके साथ भारत के संबंध बहुत अच्छे हैं। अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर दोनों में से भारत के लिए सबसे ज्यादा जरूरी कौन है?
बता दें कि अगर दोनों देशों से तुलना करें तो भारत के लिए इजरायल ज्यादा जरूरी है। मौजूदा वक़्त में जब पूरी दुनिया युद्ध के साये में जी रही है तो ऐसे समय में इजरायल भारत को कई आधुनिक हथियार मुहैया कराता है। पिछले 5 सालों में भारत और इजरायल के बीच व्यापार दोगुना हो गया है जबकि ईरान से ट्रेड कम हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय मामलों की जानकारों की माने तो दोनों देशों के बीच अगर व्यापार बढ़ रहा है तो यह मजबूत संबंध को दर्शाता है। इजरायल ने कभी भी भारत के खिलाफ बयान नहीं दिया है। न कभी उसके किसी निर्णय पर सवाल उठाया है। वहीं ईरान ने पिछले दिनों ही भारत को मुसलमानों को लेकर घेरा था।
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि भारत में मुस्लिमों का उत्पीड़न किया जाता है। उन्होंने म्यांमार और गाजा के साथ भारत को जोड़ा था। जिसेक जवाब में भारत ने भी तगड़ा पलटवार करते हुए कहा था कि पहले अपने घरों में देखें तो तभी किसी और को ज्ञान दें। इसके अतिरिक्त 2020 के दिल्ली दंगे को ईरान ने मुसलमानों का नरसंहार करार दिया था। कश्मीर में जब अनुच्छेद 370 हटाया गया था तो ईरान ने कहा था कि उन्हें कश्मीरी मुसलमानों की चिंता है।
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