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पानीपुरी बेचने वाले की दर्दनाक कहानी: एक हाथ नहीं, घर चलाने के लिए करते हैं काम

रायपुर: कभी-कभी कुछ लोगों के साथ ऐसा हो जाता है, जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती, कुछ ऐसा ही बिलासपुर के रहने वाले मुरली दीवान के साथ हुआ है.

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murli diwan
  • October 1, 2024 4:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

रायपुर: कभी-कभी कुछ लोगों के साथ ऐसा हो जाता है, जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती, कुछ ऐसा ही बिलासपुर के रहने वाले मुरली दीवान के साथ हुआ है. उनका दायां हाथ पैरालिसिस होने के कारण काम नहीं करता, लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारा, वो पिछले 8 महीनों से गोलगप्पे बेच रहे हैं.

खूब मेहनत करते हैं मुरली दीवान

मुरली दीवान का दायां हाथ काम नहीं करता है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारा, घर चलाने के लिए वो पानीपुरी बेच रहा है, वो एक हाथ से ही ग्राहकों को पानीपुरी खिलाते हैं. मुरली दीवान की मेहनत और ईमानदारी को देखकर उनके ठेले पर खाने वालों की भीड़ लगी रहती है. वहीं मुरली बताते हैं कि 12वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान सड़क हादसा हो गया था, जिसके बाद मेरा दायां हाथ हमेशा के लिए काम करना बंद कर दिया, मैंने हिम्मत नहीं हारी और एक हाथ से ही काम करना शुरू कर दिया.

रोज कमाते हैं 500 से अधिक रुपये

वो पानीपुरी बेचकर रोज 500 से अधिक रुपये कमा लेते हैं. हर महीने 20 से 25 हजार रुपये कमा लेते हैं, इससे वो अपना घर चलाते है, उनके परिवार में मां, भाई, पत्नी और एक बच्चा है. कटघोरा गांव में उनकी मां और भाई रहते हैं, लेकिन मुरली दीवान अपना घर चलाने के लिए बिलासपुर में रह रहे हैं. वो 12वीं पास करने के बाद पढ़ाई के साथ घर चलाने के लिए वेटर का काम करने लगे थे, इसी दौरान मुरली दीवान ने भातखंडे संगीत महाविद्यालय से संगीत में ग्रेजुएशन भी किया. उन्होंने वीडियो देखकर पानीपुरी बेचने का काम शुरू किया, अब उनके ठेले पर खाने वालों की भीड़ लगी रहती है.

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