हिन्दू धर्म में महालया अमावस्या का विशेष महत्व है

इसे सर्व पितृ मोक्ष अमावस्या (Sarva pitru amavasya) भी कहा जाता है

इस तिथि को महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन 2 अक्टूबर 2024 को मां दुर्गा कैलाश पर्वत से विदा लेती हैं

हिंदू पंचांग के अनुसार महालया अमावस्या पितृ पक्ष का अंत और शारदीय नवरात्रि के आरंभ का प्रतिक माना जाता है

आश्विन माह की अमावस्या तिथि 01 अक्टूबर को रात 09.38 मिनट से आरंभ होकर 02 अक्टूबर को रात 12.19 को समाप्त होगी

महालया अमावस्या पर पितरों का श्राद्ध करने से न केवल उनकी आत्मा को शांति मिलती है

बल्कि तर्पण करने वाले व्यक्ति का जीवन खुशहाल बनता है, परिवार में चल रही परेशानियों का नाश होता है.