देहरादून: उत्तराखंड के टिहरी जिले से एक बेहद दर्दनाक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां ततैयों के हमले में एक पिता-पुत्र की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, यह घटना तब हुई जब 47 वर्षीय सुंदरलाल अपने 8 वर्षीय बेटे अभिषेक के साथ गाय चराने के लिए जंगल गए थे। ततैयों […]
देहरादून: उत्तराखंड के टिहरी जिले से एक बेहद दर्दनाक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां ततैयों के हमले में एक पिता-पुत्र की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, यह घटना तब हुई जब 47 वर्षीय सुंदरलाल अपने 8 वर्षीय बेटे अभिषेक के साथ गाय चराने के लिए जंगल गए थे।
वहीं गांव के लोगों के मुताबिक, सुंदरलाल और अभिषेक जंगल में जैसे ही पहुंचे थे. इस दौरान ततैयों के झुंड ने अचानक उन पर हमला कर दिया। अपने बेटे को बचाने के लिए सुंदरलाल ने उसे अपनी गोद में ले लिया और उसके ऊपर लेट गए, लेकिन ततैयों का हमला लगातार जारी रहा. इस कारण दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं इस घटना के बाद, ग्रामीणों ने किसी तरह दोनों को उप जिला चिकित्सालय लंढोर मसूरी पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
उप जिला चिकित्सालय के डॉक्टर के एस चौहान ने बताया कि ततैयों ने दोनों को बुरी तरह से काटा था, जिससे उनकी हालत काफी गंभीर हो गई थी। उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की गई, लेकिन घाव इतने गहरे थे कि उन्हें बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच जारी है।
इस दुखद घटना के बाद पीड़ित परिवार ने सरकार और वन विभाग से मुआवजे की मांग की है। बता दें मृतक सुंदरलाल अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले थे, जिसके चलते परिवार पर अब आर्थिक संकट आ गया है। क्षेत्र पंचायत सदस्य पूनम ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द पीड़ित परिवार को मुआवजा देना चाहिए। वहीं डीएफओ अमित कंवर ने इस मामले पर कहा कि मुआवजे के लिए नियमों के तहत पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी। इसके बाद सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सरकार किस प्रकार से परिवार की मदद करती है।
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