मौत को भी दी जा सकती है मात, बस जीने का जज्बा हो

अगर जिन्दगी जीने की इच्छा और जज्बा हो तो मौत को भी मात दी जा सकती है. बता दें कि यह महज बातें ही नहीं हैं बल्कि एक सर्वे का नतीजा है.

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मौत को भी दी जा सकती है मात, बस जीने का जज्बा हो

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  • December 8, 2015 11:51 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली.  अगर जिन्दगी जीने की इच्छा और जज्बा हो तो मौत को भी मात दी जा सकती है. बता दें कि यह महज बातें ही नहीं हैं बल्कि एक सर्वे का नतीजा है. न्यूयॉर्क स्थित रूजवेल्ट हॉस्पिटल के रिसर्चर रैंड कोहेन ने बताया कि, ”जीवन में किसी मकसद को पूरा करने के मज़बूत जज्बे से मौत का डर और दिल कि बीमारी से होने वाली मौत में कमी आती है.” 
 
यह सर्वे 1,36,000 से ज्यादा लोगों के जीवन के मकसद और दिल की बीमारियों के बीच सम्बन्ध से जुडे और इकठ्ठा किए गए डाटा के आधार पर किया गया. इसमें 67 साल की औसत आयुवर्ग के लोगों को लिया गया और उनके रहन सहन को देखा गया निष्कर्ष यह पाया गया कि करीब 14,500 लोगों की मौत किसी अन्य कारण से हो गयी लेकिन 4000 लोगों को दिल की बिमारी के कारण जान गंवानी पड़ी.  
 
चिंता करती है परेशान
 
रिसर्च में बताया गया है कि लोगों को दिल की बीमारी का सुनते ही जीवन पूरा जीने की चिंता सताने लगती है जिसकी वजह से वह डिप्रैशन को भी झेलने लगते है. हालांकि बीमारी के बारे में सुनकर अच्छे इलाज से बीमारी पर जीत भी पाई जा सकती है.
 
 

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