इंदौर/मुंबई: देश में एक ऐसा नेशनल हाईवे (राष्ट्रीय राजमार्ग) है जिसके एक हिस्सा यमलोक का द्वार नाम से बदनाम है. डेढ़ किमी लंबे इस हिस्से में अचानक गाड़ियों का ब्रेक फेल हो जाता है और लोगों की जान चली जाती है. अभी तक यहां पर करीब 400 लोगों की सड़क हादसे में जान जा चुकी […]
इंदौर/मुंबई: देश में एक ऐसा नेशनल हाईवे (राष्ट्रीय राजमार्ग) है जिसके एक हिस्सा यमलोक का द्वार नाम से बदनाम है. डेढ़ किमी लंबे इस हिस्से में अचानक गाड़ियों का ब्रेक फेल हो जाता है और लोगों की जान चली जाती है. अभी तक यहां पर करीब 400 लोगों की सड़क हादसे में जान जा चुकी है.
हम जिस जानलेवा राष्ट्रीय राजमार्ग की बात कर रहे हैं उसका नाम इंदौर-मुंबई फोर लेन हाईवे है. इस हाईवे पर एक डेढ़ किलोमीटर का ब्लैक स्पॉट है, जिसे गणपति घाट कहते हैं. इसी डेढ़ किमी के हाईवे पर साल में सैकड़ों हादसे होते हैं.
एमपी के धार जिले के पलशमाल गांव से शुरू होकर खरगोन जिले के बाकानेर गांव पर खत्म होने वाले इस गणपति घाट पर अब तक हजारों हादसे हो चुके हैं, जिसमें 400 लोगों की मौत हो चुकी है. बताया जाता है कि रोड इंजीनियरिंग में खामी की वजह से यहां पर ज्यादातर हादसे होते हैं.