लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में तंत्र विद्या के चलते चिता से खोपड़ी गायब होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिले के बरखेड़ा क्षेत्र के परेवा अनूप गांव की चंद्रकली की मौत हो गई थीं जिसके बाद पति राम भरोसे लाल ने पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया। आरोप है कि गांव के खेम […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में तंत्र विद्या के चलते चिता से खोपड़ी गायब होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिले के बरखेड़ा क्षेत्र के परेवा अनूप गांव की चंद्रकली की मौत हो गई थीं जिसके बाद पति राम भरोसे लाल ने पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया। आरोप है कि गांव के खेम करन, बड़े लाला व अन्य लोग रात के अंधेरे में श्मशान घाट में जल रही चिता के पास पहुंचे और तंत्र विद्या के लिए मिठाई, सामग्री व कई अन्य चीजें चिता के पास रखीं और सिद्धि, तंत्र विद्या के लिए चिता पर चावल भी पकाए।
परिजनों का आरोप है कि तांत्रिक के कहने पर तंत्र विद्या के चलते चिता से खोपड़ी गायब की गई। परिजनों को मामले में शक हुआ तो उन्होंने मौके पर जाकर देखा। चिता के पास मिठाई व पूजन सामग्री पड़ी मिली और खोपड़ी गायब होने का भी शक हुआ जिसके बाद परिजनों ने गांव के ही लोगों के खिलाफ थाने में पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की।
चिता से खोपड़ी गायब होने का शक थाने पहुंचने पर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया। जब आरोपी पक्ष से पूरे मामले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने खोपड़ी गायब करने का सारा राज उगल दिया। आरोपी रामदीन के भाई ने बताया कि वह पहले से ही शारीरिक पीड़ा से पीड़ित था। वह इस पीड़ा से मुक्ति चाहता था। तांत्रिक की सलाह पर वह रात के अंधेरे में तंत्र विद्या के लिए गया और मिठाई व अन्य सामग्री के साथ चिता के पास पूजा की और बाद में चिता पर चावल पकाकर तंत्र विद्या के लिए सिद्धि की।
उधर, चिता से खोपड़ी गायब होने के सनसनीखेज मामले के बारे में जब सीओ बीसलपुर प्रतीक दहिया से पूछा गया तो सीओ ने अनभिज्ञता जताते हुए मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया। बाद में दबाव में आकर बरखेड़ा एसओ ने दोनों पक्षों को थाने में बैठाकर समझौता करा दिया। हालांकि, ऐसे मामले सामने आने के बाद यह सवाल जरूर उठता है कि आज भी देश में कई ऐसे लोग हैं जो अंधविश्वास का सहारा लेकर कई बार गंभीर अपराध कर बैठते हैं।
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