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म्यांमार में यागी तूफान ने ली 236 लोगों की जान, तबाही का मंजर देख हो जाएंगे हैरान

नई दिल्ली: टाइफून यागी ने म्यांमार में भारी तबाही मचा दी है, जिससे अब तक 236 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 77 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने चेतावनी दी है कि मृतकों की संख्या में और वृद्धि हो सकती है। […]

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म्यांमार में यागी तूफान ने ली 236 लोगों की जान, तबाही का मंजर देख हो जाएंगे हैरान
  • September 17, 2024 4:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: टाइफून यागी ने म्यांमार में भारी तबाही मचा दी है, जिससे अब तक 236 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 77 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने चेतावनी दी है कि मृतकों की संख्या में और वृद्धि हो सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कई लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। वहीं ओसीएचए का कहना है कि बाढ़ से लगभग 6.31 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।

30 लाख लोग विस्थापित

टाइफून यागी, जो इस साल एशिया के सबसे शक्तिशाली तूफानों में से एक माना जा रहा है. इसने एक सप्ताह पहले म्यांमार, लाओस और वियतनाम में भारी तबाही मचाई थी। बाढ़ की यह आपदा ऐसे समय आई है जब म्यांमार पहले ही राजनीतिक अस्थिरता और संघर्ष से जूझ रहा है। फरवरी 2021 के सैन्य तख्तापलट के बाद से देश में सेना और विद्रोही गुटों के बीच लगातार संघर्ष जारी है, जिससे लाखों लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो गए हैं। संघर्ष के चलते अब तक लगभग 30 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं।

Myanmar typhoon yagi

बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में नेपीडॉ, सेंट्रल मांडले, काया, कायिन और शान राज्य शामिल हैं। प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को भोजन, पानी, दवाइयों और आश्रय की तत्काल आवश्यकता है, लेकिन क्षतिग्रस्त सड़कें और पुल राहत कार्यों में बाधा डाल रहे हैं।

भारत ने भेजा राशन

म्यांमार की इस गंभीर स्थिति में भारत मदद के लिए आगे आया है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जानकारी दी कि भारत द्वारा म्यांमार को 10 टन राहत सामग्री भेजी गई हैं. इसमें सूखा राशन, कपड़े और दवाइयां शामिल हैं. यह सहायता सामग्री भारतीय नौसैनिक जहाज आईएनएस सतपुड़ा द्वारा म्यांमार पहुंचाई गई। इसके साथ ही भारतीय वायु सेना के सी-17 सैन्य परिवहन विमान ने लाओस तक 10 टन राहत सामग्री पहुंचाई, जबकि वियतनाम को 35 टन सहायता भेजी जा रही है।

ओसीएचए ने यह भी बताया है कि म्यांमार में राहत कार्यों के लिए फंडिंग की भारी कमी है, जिससे मदद पहुंचाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

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