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देश के प्रधानमंत्री मोदी के 74वें जन्मदिन पर जानें उनके 10 ऐतिहासिक फैसले

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर यानि आज अपना 74वां जन्मदिन मनाएंगे. 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. पिछले दो कार्यकाल के 10 साल के शासनकाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए और एक दूरदर्शी प्रधानमंत्री की छवि […]

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देश के प्रधानमंत्री मोदी के 74वें जन्मदिन पर जानें उनके 10 ऐतिहासिक फैसले
  • September 17, 2024 1:50 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर यानि आज अपना 74वां जन्मदिन मनाएंगे. 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. पिछले दो कार्यकाल के 10 साल के शासनकाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए और एक दूरदर्शी प्रधानमंत्री की छवि बनाई. आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम उनके द्वारा लिए गए 10 साहसिक फैसलों और जनहित योजनाओं के बारे में बात करेंगे.

1. नोटबंदी

PM मोदी ने (8 नवंबर 2016) को नोटबंदी की घोषणा की थी. जिसके तहत देश में 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों के चलन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इसका मुख्य उद्देश्य काले धन पर अंकुश लगाना, बाजार में चल रहे नकली नोटों से छुटकारा पाना और आतंकी फंडिंग को रोकना था.

2. जनधन योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनधन योजना की तारीफ देश के बाहर भी हो रही है. इसके तहत देश में बिना किसी न्यूनतम राशि के खाते खोले गए, जिनमें महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सरकार की PMJDY वेबसाइट के अनुसार इस योजना के तहत (53 करोड़) से अधिक बैंक खाते खोले जा चुके हैं, जीरो बैंक बैलेंस सुविधा के बावजूद इसमें अब तक करीब 2,30,000 रुपये जमा हो चुके हैं.

3. आधार एक्ट

मोदी सरकार 2016 में आधार कानून लेकर आई. इसके तहत भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) की स्थापना की गई. अगर इससे जुड़े फायदों की बात करें तो UIDAI 12 अंकों का आधार नंबर जारी करके नागरिकों को सब्सिडी, लाभ और सेवाएं प्रदान करता है.

4. मेक इन इंडिया

मेक इन इंडिया मोदी सरकार का एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी विचार रहा है। इसका उद्देश्य भारत को विनिर्माण का केंद्र बनाना और विदेशी कंपनियों के लिए भारत में निवेश की राह आसान करना है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2014 को मेक इंडिया कार्यक्रम लॉन्च किया.

5. उज्जवल योजना

पीएम मोदी ने 1 मई 2016 को बलिया से प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी. BPL परिवारों को LPG कनेक्शन प्रदान किया जाना है. योजना के तहत पात्र परिवारों को गैस कनेक्शन के लिए पैसे नहीं दिए जाते, बल्कि सरकार गैस कंपनी को 1600 रुपये देती है. इसके तहत लाभार्थियों को सिलेंडर, रेगुलेटर, सेफ्टी होज और डीजीसीसी बुकलेट दी जाती है.

6. डिजिटल इंडिया

PM मोदी ने डिजिटल इंडिया की शुरुआत की. इसका उद्देश्य देश को डिजिटल क्षेत्र में सशक्त बनाना है। इसमें ऑनलाइन बुनियादी ढांचे में सुधार, इंटरनेट कनेक्टिविटी बढ़ाना, ग्रामीण क्षेत्रों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ना शामिल है.

7. सर्जिकल स्ट्राइक

सर्जिकल स्ट्राइक के तहत भारतीय सेना ने 28-29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. यह 18 सितंबर 2016 को कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले का जवाब था. जिसमें हमारे 19 जवान शहीद हो गये. भारतीय सेना ने बिना किसी नुकसान के 38 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था.

8. जीएसटी

मोदी कैबिनेट के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1 जुलाई 2017 को GST (वस्तु एवं सेवा कर) लागू किया। इसके तहत चार जीएसटी स्लैब 5 %, 12%, 18 % और 28 % पेश किए गए. PM की एक और महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना भी उनके अहम फैसलों में शामिल है. इसके तहत लाभार्थियों को सालाना 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है. हाल ही में इस क्षेत्र में 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को शामिल किया गया है.

9. आर्टिकल 370 और 35 A

PM मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A के जरिए राज्य को मिला विशेष दर्जा हटा दिया. वहीं (5 अगस्त 2019 )को यह फैसला लेने के बाद BJP सरकार ने इसे ऐतिहासिक गलती सुधारने का ऐतिहासिक कदम बताया था.

10. सीएए (Citizenship Amendment Act)

कई सालों से BJP के एजेंडे में रहे CAA को लेकर मोदी सरकार नागरिकता संशोधन कानून 2019 लेकर आई. इसका मुख्य उद्देश्य पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले गैर-मुस्लिम धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता देना है. नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का एक विशेष प्रावधान है.यह विशेष रूप से उन कुछ व्यक्तियों के लिए है जो 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश कर चुके हैं और हिंदू या सिख या बौद्ध या जैन या पारसी या ईसाई समुदाय से हैं।

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