नई दिल्ली: देश में राष्ट्रीय महिला आयोग की तरह ही राष्ट्रीय पुरुष आयोग के गठन की मांग लंबे अरसे से होती आ रही है. पिछले साल एक नामी वकील ने सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर एक याचिका भी दाखिल की थी. इस दौरान उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों […]
नई दिल्ली: देश में राष्ट्रीय महिला आयोग की तरह ही राष्ट्रीय पुरुष आयोग के गठन की मांग लंबे अरसे से होती आ रही है. पिछले साल एक नामी वकील ने सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर एक याचिका भी दाखिल की थी. इस दौरान उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों को प्रस्तुत किया था.
बता दें कि वकील के द्वारा सुप्रीम कोर्ट में पेश किए गए एनसीआरबी के आंकड़े काफी हैरान करने वाले हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में देश भर कुल 1,64,033 लोगों ने सुसाइड किया था. इनमें से आत्महत्या करने वाले विवाहित पुरुषों की संख्या 80 हजार से ज्यादा थी. वहीं, सुसाइड करने वाली शादीशुदा महिलाओं की संख्या 28,680 थी.
वकील ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि विकसित देशों जैसे- अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन और कनाडा में घरेलू हिंसा को लेकर जो कानून है, वह जेंडर न्यूट्रल है. लेकिन इंडिया में कानून सिर्फ महिलाओं के लिए ही है. यहां पुरुष स्पेसिफिक कोई लॉ नहीं है. वकील ने आगे कहा कि मैं महिलाओं के अधिकारों के खिलाफ नहीं हूं. मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि पुरुषों को भी महिलाओं के समान अधिकार मिलें.
महिला बॉक्सर को पुरुष से लड़ा दिया… पेरिस ओलंपिक में हुई खुलेआम बेईमानी!