नई दिल्ली: दुनिया में कई बड़े देश हैं। इन सभी देशों की अपनी-अपनी स्पेशल फोर्स हैं। जब भी दुनिया की सबसे ताकतवर सेना की बात होती है तो अमेरिका का नाम सबसे पहले आता है। सेना में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों के मुकाबले कम है। सबसे पहले फ्रांस में महिलाओं को सेना में शामिल किया […]
नई दिल्ली: दुनिया में कई बड़े देश हैं। इन सभी देशों की अपनी-अपनी स्पेशल फोर्स हैं। जब भी दुनिया की सबसे ताकतवर सेना की बात होती है तो अमेरिका का नाम सबसे पहले आता है। सेना में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों के मुकाबले कम है। सबसे पहले फ्रांस में महिलाओं को सेना में शामिल किया गया लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के किस देश के पास महिलाओं की स्पेशल फोर्स है? आइए जानते हैं।
नॉर्वे की सेना में महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी क्षमताओं का बेहतर इस्तेमाल करने के उद्देश्य से 2014 में “जैगरट्रॉपेन” नामक एक स्पेशल फोर्स यूनिट का गठन किया गया था। यह दुनिया की पहली ऐसी स्पेशल यूनिट है जो पूरी तरह से महिलाओं से बनी है। नॉर्वे की सेना ने इस यूनिट का निर्माण इसलिए किया क्योंकि उन्हें कुछ खास मिशन और परिस्थितियों में महिला सैनिकों की जरूरत महसूस हुई।
जैगरट्रॉपेन की महिला सैनिकों को कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है जो आम सैनिकों से कहीं ज्यादा कठिन होता है। इसमें आर्कटिक सर्वाइवल, पेट्रोलिंग, गुप्त कार्य और युद्ध कौशल शामिल हैं। इन महिलाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाया जाता है ताकि वे चुनौतियों का सामना कर सकें। नॉर्वे की सेना महिला सैनिकों की भर्ती करती है खासकर ऐसे मिशन के लिए जहां महिलाओं से पूछताछ और संपर्क की जरूरत होती है। शुरुआत में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था।
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