सांड और बैल में क्या अंतर है, यह सवाल भले ही बहुत आम सा लगता है लेकिन इसका जवाब बहुत कम लोग ही जानते हैं.
सांड और बैल देखने में एक जैसे लगते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि दोनों के बीच एक बड़ा अंतर होता है.
सांड हो या बैल, ये दोनों ही गाय के नर बच्चे होते हैं, लेकिन इन दोनों के बीच बड़ा अंतर होता है जो इन्हें अलग बनाता है.
सांड का इस्तेमाल इस जानवर के वंश को बढ़ाने में किया जाता है. लेकिन बैलों का इस्तेमाल खेती-किसानी में किया जाता है.
सांड के अंडकोषों को निष्क्रिय करके उन्हें बैल बना दिया जाता है. इस तरह इन्हें बधिया की प्रक्रिया से गुजारा जाता है.
सांडों का स्वभाव उग्र होता है. यही वजह है कि सांडों का इस्तेमाल रेसिंग और फाइटिंग में भी किया जाता है.
बैलों का स्वभाव काफी शांत होता है. सांडों के उलट बैल को काफी उपयोग माना जाता है.