इतिहास में ऐसी बहुत ही कम रानियां रही हैं जिन्हें शिकार का शौक या फिर जो युद्ध भूमि में भी सफल रही हों.

उनमें से एक हैं चंदेल राजा की बेटी और गढ़-कटंगा के राजा अमनदास की पत्नी दुर्गावती.

ये रानी अपनी वीरता और शिकार के लिए बहुत ही चर्चित थीं, लेकिन शादी के कुछ सालों बाद ही विधवा हो गईं.

इन्होंने अपने नाबालिक बेटे को गद्दी पर बिठाया और पूरे साहस के साथ राज्य को संभालती रहीं .

वह तीर कमान और बंदूक दोनों से ही बहुत अच्छा निशाना लगा लेती थीं, उन्हें शिकार का खूब शौक था.

रानी दुर्गावती जब भी किसी बाघ के दिखाई देने की खबर सुन लेती थी तो तब तक चैन से नही बैठती जब तक उसे मार न लेती थीं.

सिर्फ यही नहीं युद्ध भूमि में भी उन्होंने कई युद्ध जीते.