भुवनेश्वर/नई दिल्ली: एनडीए सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में संसद में हर बड़े मुद्दे पर भाजपा का समर्थन करने वाली बीजू जनता दल (बीजेडी) के सुर अब बदल गए हैं. बीजद अब नरेंद्र मोदी सरकार के विरोधियों के खेमे में शामिल हो गई है. इस बीच ओडिशा के पूर्व सीएम और बीजेडी प्रमुख नवीन […]
भुवनेश्वर/नई दिल्ली: एनडीए सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में संसद में हर बड़े मुद्दे पर भाजपा का समर्थन करने वाली बीजू जनता दल (बीजेडी) के सुर अब बदल गए हैं. बीजद अब नरेंद्र मोदी सरकार के विरोधियों के खेमे में शामिल हो गई है. इस बीच ओडिशा के पूर्व सीएम और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी वक्फ बिल पर मोदी सरकार का समर्थन नहीं करेगी.
बता दें कि संसद में बीजेडी की ताकत अब पहले जैसी नहीं है. लोकसभा में बीजद के पास एक भी सांसद नहीं हैं. हालांकि राज्यसभा में वह अभी भी मजबूत है. संसद के उच्च सदन में नवीन पटनायक की पार्टी के पास 8 सांसद हैं. मोदी सरकार के पहले और दूसरे कार्यकाल में बीजेडी के सांसदों ने कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पास कराने में सत्ता की मदद की थी. लेकिन अब बदली हुई परिस्थिति में बीजद सरकार के खिलाफ रहने वाले वाली है.
मालूम हो कि 2024 के आम चुनाव के साथ हुए ओडिशा के विधानसभा चुनाव में बीजू जनता दल (बीजेडी) को करारी शिकस्त मिली. पार्टी को करीब ढाई दशक के बाद राज्य की सत्ता से बाहर होना पड़ा. वहीं, लोकसभा में तो बीजेडी को खाता भी नहीं खुला. 21 लोकसभा सीटों में से बीजद एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई.
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