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जानिए क्यों मनाई जाती है गणेश चतुर्थी और इसके पीछे की पौराणिक कथा

नई दिल्ली: गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है और इस वर्ष यह पावन पर्व 7 सितंबर, 2024 को पड़ रहा है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, जो सभी […]

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जानिए क्यों मनाई जाती है गणेश चतुर्थी और इसके पीछे की पौराणिक कथा
  • September 6, 2024 11:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है और इस वर्ष यह पावन पर्व 7 सितंबर, 2024 को पड़ रहा है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, जो सभी संकटों को दूर करते हैं और शुभ कार्यों की शुरुआत में उनका पूजन किया जाता है।

गणेश चतुर्थी का महत्व

गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की प्रतिमा घर लाने की परंपरा है। 10 दिनों तक गणपति बप्पा की विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन उनकी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है। वहीं मान्यता है कि इन 10 दिनों में गणेश जी की पूजा करने से सभी दुखों का नाश होता है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इस दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जिनके काम अधूरे रह जाते हैं या व्यापार में तरक्की नहीं हो रही होती है।

Ganesh Chaturthi 2024 : गणेश चतुर्थी का इतिहास

गणेश चतुर्थी की पौराणिक कथा

पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को हुआ था, इसी कारण इस दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। एक अन्य कथा के अनुसार, महर्षि वेद व्यास ने गणेश जी को महाभारत का लेखन करने के लिए चुना था। 10 दिनों तक वेद व्यास जी महाभारत सुनाते रहे और गणेश जी इसे लिखते रहे। इन 10 दिनों के बाद गणेश जी ने स्नान किया, जिस दिन को अनंत चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है।

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