नई दिल्ली: जमीन पर सोना बहुत से लोगों की आदत होती है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। इसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा भी माना जाता है क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में मदद करता है और शरीर के विभिन्न हिस्सों पर संतुलित दबाव डालता है। लेकिन हर किसी के लिए जमीन पर सोना […]
नई दिल्ली: जमीन पर सोना बहुत से लोगों की आदत होती है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। इसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा भी माना जाता है क्योंकि यह रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में मदद करता है और शरीर के विभिन्न हिस्सों पर संतुलित दबाव डालता है। लेकिन हर किसी के लिए जमीन पर सोना फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है?
1. बुजुर्ग लोग: जिन लोगों की उम्र ज्यादा होती है, उनके लिए जमीन पर सोना बहुत ज्यादा हानिकारक हो सकता है। बुजुर्गों की हड्डियां उम्र के साथ कमजोर हो जाती हैं और उनका जोड़ों का दर्द भी बढ़ जाता है। जमीन पर सोने से उनके घुटने, कमर और रीढ़ की हड्डी में दर्द बढ़ सकता है, जिससे उनकी दैनिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।
2. जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोग: जिन लोगों को गठिया या जोड़ों का दर्द होता है, उनके लिए जमीन पर सोना और भी ज्यादा समस्या खड़ी कर सकता है। जमीन की ठंडक और सख्त सतह उनके जोड़ों पर अधिक दबाव डाल सकती है, जिससे दर्द और सूजन बढ़ सकती है।
3. जिन लोगों की रीढ़ की हड्डी कमजोर है: अगर आपकी रीढ़ की हड्डी में कोई समस्या है, जैसे स्लिप डिस्क या हड्डियों में दर्द, तो जमीन पर सोना आपकी स्थिति को और खराब कर सकता है। जमीन पर सोने से रीढ़ की हड्डी पर सीधा दबाव पड़ता है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
4. गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को भी जमीन पर सोने से परहेज करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान पेट पर अधिक भार होता है और जमीन की सख्त सतह पर सोने से पेट, पीठ और कमर में दर्द हो सकता है। साथ ही, उठने और बैठने में भी कठिनाई हो सकती है।
5. जिन्हें एलर्जी या अस्थमा की समस्या है: जमीन पर अक्सर धूल और नमी अधिक रहती है, जिससे एलर्जी और अस्थमा के मरीजों की समस्या बढ़ सकती है। जमीन पर सोने से धूल और मिट्टी के कण सांस के जरिए शरीर में जा सकते हैं, जिससे सांस संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
1. कमर और गर्दन का दर्द: लंबे समय तक जमीन पर सोने से कमर और गर्दन में तनाव और दर्द हो सकता है।
2. सर्दी-जुकाम: जमीन ठंडी होती है और शरीर के सीधे संपर्क में आने पर सर्दी-जुकाम की समस्या हो सकती है, खासकर सर्दियों के मौसम में।
3. नींद की गुणवत्ता में गिरावट: जमीन पर सोने से शरीर को आराम नहीं मिलता है, जिससे नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है और थकान महसूस हो सकती है।
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