बिहार में पुल गिरने की खुली पोल! ठेकेदार ने बताई असली वजह, देखिए Video

पटना: बिहार में कुछ दिनों से पुल गिरने का सिलसिला लगातार जारी है. कभी सहरसा में तो कभी अररिया में पुल बह जाता है. सबसे ज्यादा हैरानी की बात तब थी जब 3 जुलाई 2024 को एक ही दिन में 5 पुल गिर गए थे.

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बिहार में पुल गिरने की खुली पोल! ठेकेदार ने बताई असली वजह, देखिए Video

Deonandan Mandal

  • September 5, 2024 7:34 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

पटना: बिहार में कुछ दिनों से पुल गिरने का सिलसिला लगातार जारी है. कभी सहरसा में तो कभी अररिया में पुल बह जाता है. सबसे ज्यादा हैरानी की बात तब थी जब 3 जुलाई 2024 को एक ही दिन में 5 पुल गिर गए थे. ऐसे में पुलों के लगातार गिरने के कारण सरकार से लेकर ठेकेदार तक पर सवाल उठने लगे. इसमें कई बातें सामने आईं. इसमें कुछ कमीशनखोरी की बात सामने आईं तो कुछ कम पैसे में टेंडर देने की बात, लेकिन अब इसी से जुड़ा एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है जिसमें ठेकेदार ने पुलों के गिरने की असली वजह सबके सामने खोल दी. हालांकि यह वीडियो मनोरंजन के उदेश्य से तैयार किया गया है लेकिन जमीनी स्तर पर यह बिल्कुल लागू होता है.

ठेकेदार ने बताई सच्चाई

इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर सनम सिंह भूमिहार नाम से शेयर किया गया है, जो खुद बतौर ठेकेदार के रूप में नजर आ रहा है. पुलों के गिरने की वजह से पत्रकार जिस तरह से कॉन्ट्रेक्टर से सवाल कर रहे थे ठीक उसी तरह कैमरे के पीछे बैठा शख्स भी सनम सिंह से सवाल पूछता है. सवाल सुनते ही ठेकेदार बने सनम ने सारी सच्चाई खोलकर रख दिया. इस वीडियो में कॉन्ट्रेक्टर किसी को पैसा भिजवाने की बात कर रहा है तभी पत्रकार उससे सवाल पूछता कि क्या आप ही ठेकेदार हैं? जितना भी आप पुल बना रहे हैं वो सभी गिर ही जा रहा है. आप कैसा पुल बना रहे हैं? इस पर ठेकेदार बने सनम ने बड़ी आसानी से कहते हैं कि भईया आप नहीं समझिएगा. इसके बाद वो पूरी जानकारी देने लगते हैं.

सभी सवालों का दिया जवाब

सनम कहते हैं कि पुल बनाने के लिए 1000 करोड़ रुपए की बिल पास होता है, जिसमें से सिर्फ 600 करोड़ रुपए ही मेरे पास आता है. इसमें से 100 करोड़ सांसद और विधायकों के पास चला जाता है. पुल बनाने के दौरान हर तीसरे दिन साहब चेक करने आ जाते हैं, जिसमें 50 करोड़ खर्च हो जाता है. इसमें से मेरे पास बच गया 450 करोड़ और सामने 72 गाड़ी लगा है, क्या ये सभी पानी पर चलता है? सामने गिट्टी का ढेरी देख रहे हैं वो हमारा खादान थोड़ी है. इसमें ठेकेदार की किसी तरह की कोई गलती नहीं है. पकड़ना है तो ऊपर वाले को पकड़िए. हमको तो बिल पास करवाने में भी 50 लाख लग जा रहे हैं. अब ठेकेदार कुछ नहीं कमा पा रहे हैं. पहले सोना का चैन पहने हुए दिखता था, अब दिख रहा है? अब ठेकेदार बहुत गरीब हो चुका है.

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