हरियाणा : समालखा सीट पर क्या फिर कांग्रेस करेगी कब्जा? बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर

हरियाणा : समालखा सीट पर क्या फिर कांग्रेस करेगी कब्जा? बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्करHaryana: Will Congress capture Samalkha seat again? Tough fight between BJP and Congress

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हरियाणा : समालखा सीट पर क्या फिर कांग्रेस करेगी कब्जा? बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर

Shikha Pandey

  • September 4, 2024 5:31 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली : हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाला है. सभी विधानसभा सीटों पर प्रचार जोरों पर है. सभी पार्टियां जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं.
आज हम आपको हरियाणा के समालखा सीट के बारे में बताने जा रहे है. यह पानीपत जिले के तहत आती है. 2019 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल की थी. कांग्रेस पार्टी के धर्म सिंह छोकर ने बीजेपी के शशिकांत कौशिक को 14942 वोटों के अंतर से हराकर सीट जीती थी. बीजेपी के लिए समालखा विधानसभा सीट जीतना एक दूर का सपना रहा है क्योंकि बीजेपी के अभी तक यहां सफलता का स्वाद नहीं मिला है. बीजेपी इस निर्वाचन क्षेत्र को जीतने के लिए अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की योजना बना रही है. वहीं कांग्रेस अपनी स्थिति बरकरार रखने के लिए मैदान में उतरेगी. बता दें इस चुनाव में समालाखा सीट पर दोनों पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है.

 

राजनीतिक इतिहास

समालखा विधानसभा सीट पर अभी तक 13 बार चुनाव हुए है. इस सीट पर कांग्रेस ने पांच बार जीत हासिल की है. वहीं बीजेपी अभी तक अपना खाता नहीं खोल पाई है.समालखा में पहला चुनाव 1967 में हुआ था . भारतीय जनसंध के रणधीर सिंह को अपना पहला विधायक चुना था। 1968 में कांग्रेस के करतार सिंह ने सीट जीती.1972 में कांग्रेस ने फिर से सफलता का स्वाद चखा और हरि सिंह इस सीट से विधायक चुने गए.1977 में जनता पार्टी के उम्मीदवार मूलचंद ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक हरि सिंह को हराया. लेकिन 1982 में समालखा के मतदाताओं ने फिर से कांग्रेस के करतार सिंह को अपना विधायक चुना.

1987 के विधानसभा चुनाव में लोकदल के उम्मीदवार सचदेव त्यागी विधायक बने. वहीं 1991 के चुनाव में जनता दल के उम्मीदवार हरि सिंह यहां से विधायक चुने गए जबकि 1996 में हरियाणा विकास पार्टी के करतार सिंह भड़ाना विधायक चुने गए. 2000 में करतार सिंह भड़ाना इनेलो में शामिल हो गए और फिर विधायक बने. 2005 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर से सीट जीती और भरत सिंह छोक्कर विधायक चुने गए.2009 के चुनाव में हरियाणा जनहित कांग्रेस के उम्मीदवार धर्म सिंह छोक्कर ने चुनाव जीता. वहीं 2014 के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार रविंदर मछरोली ने चुनाव जीता. वहीं 2019 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल की.

 

जातीय समीकरण

 

समालखा सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है. 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदाता 209824 थे. समालखा विधानसभा में एससी मतदाताओं की संख्या लगभग 32,858 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 15.66% है. वहीं ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 182,568 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 87.01% है. शहरी मतदाताओं की संख्या लगभग 27,256 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 12.99% है. इस विधानसभा सीट पर जाट की संख्या लगभग 40 हजार है. गुर्जरों की संख्य 34 हजार के करीब हैं. ब्राह्मण की संख्या 24 हजार के करीब है

 

2019 चुनाव परिणाम

 

2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के धर्म सिंह छोकर ने जीत हासिल की. उन्हें 81,898 वोट मिला .उनका वोट शेयर 52.16% था. वहीं दूसरे नबंर पर बीजेपी के शशिकांत कौशिक थे. उन्हें 66,956 वोट मिले थे.उनका वोट शेयर 42.64% था. वहीं तीसरे नबंर पर जेजेपी के ब्रह्मपाल रावल थे.उन्हें 4,114 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 2.62% था.

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