Advertisement
  • होम
  • व्यापार
  • सेबी ने ब्लॉक किया इन स्टॉक ब्रोकर्स को, जानें वजह

सेबी ने ब्लॉक किया इन स्टॉक ब्रोकर्स को, जानें वजह

नई दिल्ली :  बाजार नियामक सेबी ने हाल ही में 39 स्टॉक ब्रोकर्स, 7 कमोडिटी ब्रोकर्स और 22 डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। इन सभी के खिलाफ रजिस्ट्रेशन का गलत इस्तेमाल करने और निवेशकों को जोखिम से बचाने के आरोप में कार्रवाई की गई। अगर आपने इनमें से किसी ब्रोकर के पास […]

Advertisement
सेबी ने ब्लॉक किया इन स्टॉक ब्रोकर्स को, जानें वजह
  • September 3, 2024 10:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली :  बाजार नियामक सेबी ने हाल ही में 39 स्टॉक ब्रोकर्स, 7 कमोडिटी ब्रोकर्स और 22 डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। इन सभी के खिलाफ रजिस्ट्रेशन का गलत इस्तेमाल करने और निवेशकों को जोखिम से बचाने के आरोप में कार्रवाई की गई। अगर आपने इनमें से किसी ब्रोकर के पास निवेश किया है तो फंड को लेकर चिंता होना स्वाभाविक है। हालांकि, इनका रजिस्ट्रेशन रद्द होने का मतलब यह नहीं है कि आपका निवेश भी जोखिम में है। आज हम आपको इस बारे में जानकारी देने जा रहे हैं कि आप स्टॉक ब्रोकर्स पर सेबी की कार्रवाई से खुद को कैसे बचा सकते हैं।

ब्रोकर्स के खिलाफ की कार्रवाई

सेबी ने कुछ दिन पहले बेजल स्टॉक ब्रोकर्स, रिफ्लेक्शन इन्वेस्टमेंट्स और संपूर्ण पोर्टफोलियो जैसे स्टॉक ब्रोकर्स के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसके साथ ही वेल्थ मंत्रा कमोडिटीज और संपूर्ण कॉमट्रेड जैसे कमोडिटी ब्रोकर्स का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया था। इसके अलावा मूंगिपा इन्वेस्टमेंट्स और पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक जैसे डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स भी सेबी की कार्रवाई से प्रभावित हुए थे।

क्या करना चाहिए

सेबी की कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य इन ब्रोकर्स को काम करने से रोककर निवेशकों की सुरक्षा करना है। चूंकि ये ब्रोकर्स किसी स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य नहीं थे। इसलिए, वे सेबी पंजीकरण के लिए आवश्यक शर्तों को पूरा नहीं करते थे। अगर आपके ब्रोकर का पंजीकरण भी रद्द हो जाता है, तो उनके साथ सभी व्यावसायिक गतिविधियों को रोकना और आगे कोई जमा नहीं करना बहुत ज़रूरी हो जाता है। आपको तुरंत ब्रोकर से संपर्क करके अपना पैसा वापस ले लेना चाहिए। साथ ही, आपको अपनी सिक्योरिटीज़ को दूसरे ब्रोकर को ट्रांसफर करने की व्यवस्था करनी चाहिए।

निवेशकों की सुरक्षा

सेबी सुनिश्चित करती है कि ब्रोकर डीरजिस्ट्रेशन के बाद भी सभी रिकॉर्ड बनाए रखे। साथ ही, निवेशकों की सभी समस्याओं का समाधान करती है। इसके अलावा, यह निवेशक को फंड और सिक्योरिटीज़ या तो वापस कर देती है या उन्हें दूसरे रजिस्टर्ड ब्रोकर को ट्रांसफर कर देती है। किसी भी समस्या के मामले में, आप सेबी से भी संपर्क कर सकते हैं।

ये कदम उठाएं

ऐसी समस्याओं से बचने के लिए, एक विश्वसनीय ब्रोकर चुनें। आपको पता लगाना चाहिए कि वह डिस्काउंट ब्रोकर है या फुल-सर्विस ब्रोकर। डिस्काउंट ब्रोकर आपकी फीस बचा सकते हैं, लेकिन पूर्ण-सेवा ब्रोकर मजबूत वित्तीय संस्थानों से जुड़े होते हैं। वे आपको अधिक सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। निवेशकों को लगातार अपने व्यापार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

 

 

यह भी पढ़ें :-

खुशखबरी! पेट्रोल, डीजल और एटीएफ की कीमतों में आ सकती है भारी गिरावट 

 

 

 

Advertisement