न्यूयॉर्क. अमेरिका के कैलिफोर्निया के सैन बर्नाडिनो में फायरिंग की जिम्मेदारी आईएस ने ली है. गोलीबारी करने वाली महिला हमलावर तशफीन मलिक ने हमले के दौरान फेसबुक पर पोस्ट डालकर इस्लामिक स्टेट आतंकवादी संगठन के नेता अबू बक्र अल-बगदादी के प्रति वफादारी जताई थी.
एफबीआई ने आतंकी हमले के पहलू से इस घटना की जांच शुरू कर दी है. जांच का दायरा पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की लाल मस्जिद तक पहुंच चुका है. इस मस्जिद को कट्टरपंथियों का गढ़ माना जाता है. 2007 में यहां तब प्रेसिडेंट रहे परवेज मुशर्रफ ने आर्मी ऑपरेशन चलाया था.
क्या है पाकिस्तान कनेक्शन?
इस बात का पहले ही खुलासा हो चुका है कि हमलावर कपल सैयद फारुख और तश्फीन मलिक पाकिस्तानी मूल के हैं. तश्फीन के बारे में बताया जा रहा है कि वह पाकिस्तान में ही जन्मी थी लेकिन पढ़ाई उसने सऊदी अरब में की. वह 2010 में पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के मुल्तान लौटी और फार्मेसी में ग्रैजुएशन किया. इसके बाद उसका इस्लामाबाद की लाल मस्जिद से कोई न कोई लिंक रहा था. इसी मस्जिद को पाकिस्तान में कट्टरपंथियों का गढ़ माना जाता है.
अमेरिकी अफसरों ने पाकिस्तानी अथॉरिटीज को तश्फीन के पाकिस्तानी लिंक के बारे में जानकारी दे दी है. पाकिस्तानी अथॉरिटीज अब इस लाल मस्जिद के इमाम मौलाना अजीज के खिलाफ एक्शन ले सकती हैं. अजीज ने पिछले साल आईएसआईएस के समर्थन का एलान किया था.
क्या है मामला
बुधवार को तीन लोगों ने कम्युनिटी सेंटर पर अंधाधुंध फायरिंग की. इसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी. दो हमलावर कपल थे, जो पाकिस्तानी मूल के बताए गए हैं. दोनों को मार गिराया गया. तीसरा हमलावर गिरफ्त में है. आतंकी संगठन ‘आईएसआईएल’ ने हमले की जिम्मेदारी ली है. संगठन ने अपनी वेबसाइट पर कहा है, “अमेरिका में हमला करने वाला कपल हमारा सपोर्टर है.” आईएसआईएल इस्लामिक स्टेट का ही ऑर्गनाइजेशन है.