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बेटे को सांप ने काटा, परिवार ने गोबर से ढका शरीर, फिर जो हुआ…

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के एक गांव में अंधविश्वास से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। नौहझील थाना क्षेत्र

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बेटे को सांप ने काटा, परिवार ने गोबर से ढका शरीर, फिर जो हुआ…
  • September 2, 2024 5:33 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के एक गांव में अंधविश्वास से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। नौहझील थाना क्षेत्र के एक गांव में एक किशोर को सांप ने काट लिया, जिसके बाद परिवार ने उसे डॉक्टर के पास ले जाकर इलाज कराया। लेकिन जब डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया, तो परिवार वालों ने अंधविश्वास का सहारा लिया। उन्होंने गांव के एक वायगीर को बुलाया, जिसने दावा किया कि वह किशोर को जिंदा कर देगा।

गोबर से ढक दिया शरीर

किशोर के इलाज के नाम पर वायगीर ने उसके शरीर को गोबर से ढक दिया, यह सोचकर कि शायद वह चमत्कार से जीवित हो जाएगा। लेकिन गोबर में ढकने के बाद भी कोई चमत्कार नहीं हुआ और किशोर जिंदा नहीं हो सका। इस घटना ने परिवार का सारा भ्रम तोड़ दिया।

सांप के काटने से हुई मौत

जानकारी के अनुसार, मथुरा के मिट्ठोली गांव में बीती रविवार की रात 11 वर्षीय मयंक नामक किशोर को सांप ने काट लिया। गहरी नींद में होने के कारण उसे इसका पता नहीं चला। सुबह जब उसकी तबीयत बिगड़ी, तो परिवार वाले उसे डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने उपचार किया, लेकिन मयंक की हालत में सुधार नहीं हुआ। डॉक्टरों ने उसे अलीगढ़ के मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

अंधविश्वास के चलते हुए और प्रयास

किशोर की मौत के बाद भी परिवार के लोग मानने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने गांव के कुछ वायगीरों को बुलाया, जिन्होंने दावा किया कि वे किशोर को जिंदा कर सकते हैं। वायगीरों ने किशोर के शरीर को गोबर में ढक दिया और झाड़-फूंक का सहारा लिया। इस दौरान गांव के लोग भी इस चमत्कार को देखने के लिए जमा हो गए। लगभग तीन घंटे तक यह प्रयास चलता रहा, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

यह घटना अंधविश्वास और उसकी वजह से होने वाले खतरों का एक उदाहरण है। आज के समय में भी जब विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में इतनी प्रगति हो चुकी है, फिर भी ऐसे अंधविश्वास से लोगों को बचने की जरूरत है। इस घटना ने दिखाया कि अंधविश्वास के चक्कर में फंसकर सच से दूर होने का क्या नतीजा हो सकता है।

 

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