डॉलर के सामने लड़खड़ाया रुपया, एशिया में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली दूसरी मुद्रा बना

डॉलर के मुकाबले एशिया की सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्राओं में रुपया दूसरे स्थान पर रहा है। अगस्त के महीने में डॉलर की मांग में बढ़ोतरी

Advertisement
डॉलर के सामने लड़खड़ाया रुपया, एशिया में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली दूसरी मुद्रा बना

Anjali Singh

  • September 2, 2024 4:39 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: डॉलर के मुकाबले एशिया की सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्राओं में रुपया दूसरे स्थान पर रहा है। अगस्त के महीने में डॉलर की मांग में बढ़ोतरी और घरेलू शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों की निकासी के कारण रुपये में 0.2% की गिरावट दर्ज की गई। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बांग्लादेश की टका रही, जिसने अगस्त में डॉलर के मुकाबले सबसे अधिक गिरावट का सामना किया। फिलहाल, एक डॉलर के मुकाबले 119.67 बांग्लादेशी टका मिल रहे हैं। चालू वित्त वर्ष में अब तक रुपये में डॉलर के मुकाबले 0.6% की गिरावट दर्ज की गई है।

बांग्लादेशी टका का प्रदर्शन सबसे खराब

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, एशियाई मुद्राओं में केवल रुपये और बांग्लादेशी टका ने ही डॉलर के मुकाबले गिरावट दर्ज की। अगस्त में रुपया 0.2% गिरकर 83.89 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह इसके अब तक के सबसे निचले स्तर 83.97 रुपये प्रति डॉलर के काफी करीब है। रुपये की यह कमजोरी तब सामने आई है जब अमेरिकी डॉलर कमजोर हुआ है। विदेशी निवेशकों द्वारा शेयर बाजार से निकासी और इम्पोर्टर्स की ओर से डॉलर की बढ़ती मांग ने रुपये को और कमजोर कर दिया है। अगस्त में अधिकांश विदेशी मुद्राओं ने डॉलर के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया।

आरबीआई ने रुपये को बड़े नुकसान से बचाया

चालू वित्त वर्ष में अब तक रुपये में 0.6% की गिरावट देखी गई है। 2023-24 के वित्तीय वर्ष में रुपये की तुलना में हांगकांग डॉलर और सिंगापुर डॉलर के बाद रुपया तीसरी सबसे स्थिर एशियाई मुद्रा रही। रुपये में 1.5% की गिरावट आई थी, जबकि वित्त वर्ष 2023 में डॉलर के मुकाबले यह 7.8% तक नीचे चला गया था। इस बार, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की सक्रियता के चलते रुपये का प्रदर्शन कुछ बेहतर रहा है।

1994 में डॉलर के मुकाबले ऊपर गया था रुपया

2023 में रुपये ने डॉलर के मुकाबले कम अस्थिरता दिखाई, जो पिछले 30 सालों में इसका सबसे अच्छा प्रदर्शन था। उस समय, रुपया डॉलर के मुकाबले केवल 0.5% गिरा था। इससे पहले, 1994 में रुपये ने डॉलर के मुकाबले 0.4% की बढ़त दर्ज की थी। अब विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि आगे चलकर रुपये का प्रदर्शन सुधरेगा, और आरबीआई इसे 84 रुपये प्रति डॉलर के पार नहीं जाने देगा।

 

ये भी पढ़ें: तेजी से बढ़ी सोने की कीमत, खरीदने से पहले जान लें अपने शहर का भाव

ये भी पढ़ें: बारिश में गिरी सरिया की कीमतें, अब अपना घर बनाने का सुनहरा मौका!

Advertisement