हरियाणा के राई विधानसभा सीट पर बीजेपी बचा पाएगी साख? Will BJP be able to save its credibility on Rai Assembly seat of Haryana?
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव होना है. हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से एक है राई विधानसभा सीट आज हम आपको राई विधानसभा सीट के बारे में बताने जा रहे है. यह सोनीपत जिले में आती है. बता दें राई विधानसभा सीट में बीजेपी ने यह सीट जीती थी. बता दें 2019 के चुनाव में बीजेपी के मोहन लाल बड़ौली ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने कांग्रेस के जय तीरथ दाहिया को 2662 वोटों के मार्जिन से हराया था. बीजेपी ने इस सीट पर 56 साल बाद जीतकर इतिहास रचा था.
राई विधानसभा सीट पर 13 बार चुनाव हुआ था.इस सीट पर पहली बार 1967 में चुनाव हुआ था. पहली बार कांग्रेस के आर राम विधायक बने थे. कांग्रेस ने इस सीट पर 6 बार जीत दर्ज की थी. जनता पार्टी ने इस सीट पर दो बार जीता है. वहीं समता पार्टी ने एक बार और इंडियन लोकदल ने एक बार जीत हासिल किया था. लोकदल ने 1987 का चुनाव जीता था. बीजेपी ने 2019 के चुनाव में 56 साल बाद इतिहास में इस सीट पर पहली बार चुनाव जीता था.
जातीय समीकरण
2019 विधानसभा चुनाव के अनुसार राई विधानसभा सीट पर कुल मतदाता 174882 थे. वहीं अनुसूचित जाति मतदाताओं की संख्या लगभग 32,703 थी जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 18.7% था. वहीं ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 154,928 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 88.59% है.शहरी मतदाताओं की संख्या लगभग 19,954 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 11.41% है
राई विधानसभा सीट पर बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर है क्योंकि राई विधानसभा सीट प्रदेश अध्यक्ष की है. इस बार भी बीजेपी मोहन लाल बड़ोली को ही राई सीट से उतार सकती है।मोहन लाल बड़ौली के सिर पर पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी है. ऐसे में उनके लिए अपनी सीट जीतना एक चुनौती होगी।
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मोहन लाल बड़ौली ने जीत हासिल किया था. उन्हें 45377 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 37.99% था. वहीं दूसरे नबंर पर कांग्रेस के जय तीरथ थे. उन्हें 42,715 वोट मिले थे.उनका वोट शेयर 35.76% था .वहीं तीसरे नबंर पर जेजेपी के अजित अंतिल थे.उन्हें 17,137 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 14.35% था.