नई दिल्ली: असम विधानसभा में शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए तीन घंटे का ब्रेक दिया गया था, जिसको अब खत्म कर दिया गया है. पहले सदन को सुबह 11 बजे से 2 बजे तक स्थगित कर दिया जाता था, ताकि लोग नमाज अदा कर सके, लेकिन अब इस नियम को रद्द कर दिया […]
नई दिल्ली: असम विधानसभा में शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए तीन घंटे का ब्रेक दिया गया था, जिसको अब खत्म कर दिया गया है. पहले सदन को सुबह 11 बजे से 2 बजे तक स्थगित कर दिया जाता था, ताकि लोग नमाज अदा कर सके, लेकिन अब इस नियम को रद्द कर दिया गया है.
ब्रेक नहीं दिया जाएगा
बता दें कि बीजेपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि सादुल्लाह द्वारा असम विधानसभा में जुमे की नमाज़ के लिए तीन घंटे के स्थगन के नियम को खत्म कर दिया गया है. अब से सदन में जुमे की नमाज़ का ब्रेक नहीं दिया जाएगा.
वहीं देखा जा रहा है कि असम में धीरे- धीरे मुसलमानों की आबादी बढ़ती ही जा रही है. 2011 में कुल मुस्लिम आबादी 1.07 करोड़ थी, जो कुल 3.12 करोड़ निवासियों का 34.22 प्रतिशत थी. राज्य में 1.92 करोड़ हिंदू थे, जो कुल आबादी का लगभग 61.47 प्रतिशत था. वहीं मौलाना साजिद रशीदी द्वारा दिए गया हालिया बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुका है.
वीडियो में आप देख सकते है कि उन्होंने 2029 तक असम के सीएम को लेकर भविष्यवाणी की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उस समय असम का सीएम एक मुसलमान होगा और उस सीएम का नाम हिमंत बिस्व शर्मा होगा, लेकिन उसका नाम मुदस्सिर रहमान होगा. हालांकि इस भविष्यवाणी को करने के बाद इसके राजनीतिक संदर्भ पर चर्चा शुरू हो गई है. इस तरह के बयानों पर प्रतिक्रिया और विश्लेषण अक्सर तरह-तरह के होते हैं और यह भी जरूरी है कि भविष्यवाणियों को संदर्भ और तथ्यों के साथ समझा जाए.