खालिस्तानी आतंकियों ने किया विमान हाईजैक, दिया ‘तोहफा’…कागज में लपेटी पिस्तौल, 36 घंटे तक फंसे रहे यात्री

नई दिल्ली: 40 साल पहले 1984 में इंडियन एयरलाइंस के एक विमान को 7 खालिस्तानी आतंकियों ने हाईजैक कर लिया था. क्रू ने अभी विमान में सवार 79 यात्रियों को नाश्ता परोसा ही था कि चंडीगढ़ से विमान में चढ़े सात लोग अपनी सीटों से उठकर कॉकपिट में घुस गए और बोले- इस विमान को […]

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खालिस्तानी आतंकियों ने किया विमान हाईजैक, दिया ‘तोहफा’…कागज में लपेटी पिस्तौल, 36 घंटे तक फंसे रहे यात्री

Aprajita Anand

  • August 31, 2024 10:42 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: 40 साल पहले 1984 में इंडियन एयरलाइंस के एक विमान को 7 खालिस्तानी आतंकियों ने हाईजैक कर लिया था. क्रू ने अभी विमान में सवार 79 यात्रियों को नाश्ता परोसा ही था कि चंडीगढ़ से विमान में चढ़े सात लोग अपनी सीटों से उठकर कॉकपिट में घुस गए और बोले- इस विमान को हाईजैक कर लिया गया है.

दिल्ली से उड़ान भरकर चंडीगढ़

बोइंग 737-2A8 के केबिन में ‘खालिस्तान जिंदाबाद’, ‘भिंडरावाले जिंदाबाद’ के नारे लगातार पुरे प्लेन में गूंज रहे थे. इंडियन एयरलाइंस का विमान दिल्ली से उड़ान भरकर चंडीगढ़ और जम्मू रुकते हुए श्रीनगर जा रहा था। ये घटना 24 अगस्त 1984 यानी आज से ठीक 40 साल पहले की है. चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर खालिस्तानी आतंकी विमान में सवार हुए थे. यह 1984 का समय था जब पंजाब उथल-पुथल और तनाव के दौर से गुजर रहा था। अभी कुछ महीने पहले ही भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर में घुसकर हथियारबंद आतंकियों को खदेड़ दिया था, जो जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में स्वर्ण मंदिर में घुस आए थे.

‘सफेद जर्मन पिस्तौल’

1999 में कंधार आईसी 184 अपहरण से 14 साल पहले, अगस्त 1984 में आईसी 421 का अपहरण, भारतीय विमानन इतिहास में सबसे लंबा और सबसे तनावपूर्ण अपहरण है. 36 घंटे के इस हाईजैक में बोइंग जेट ने कम से कम चार अलग-अलग हवाई अड्डों के बीच उड़ान भरी. जिस चीज़ ने इस अपहरण को संभव बनाया वह एक ‘सफेद जर्मन पिस्तौल’ थी, जिसे एक कागज में लपेटा गया था और लाहौर में विमान में प्रवेश किया गया था.

दिल्ली के पालम हवाई अड्डे से…

24 अगस्त 1984 की सुबह, बोइंग 737-2A8 ने दिल्ली के पालम हवाई अड्डे से चंडीगढ़ और जम्मू होते हुए श्रीनगर के लिए उड़ान भरी. जैसे ही विमान चंडीगढ़ पहुंचा, प्रतिबंधित ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के सात आतंकवादी इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 421 के कॉकपिट में घुस गए. सभी की उम्र 18-20 साल के आसपास थी।

दुबई में नहीं दी विमान उतरने की अनुमति

जो अपहरण लाहौर में कुछ ही घंटों में ख़त्म हो सकता था, इस तरह 36 घंटे तक खिंच गया और विमान की दो बार और लैंडिंग हुई. विमान ने कराची में ईंधन भरा. दुबई में, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अधिकारियों ने शुरू में विमान को उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, जिससे तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। विमान में ईंधन भी कम था. बोइंग 737-2A8, जो बाद में बोइंग 737 मैक्स में बदल गया, उन दिनों लंबी दूरी की उड़ान नहीं भर सकता था। एई अधिकारियों ने एक घंटे से अधिक समय तक इंडियन एयरलाइंस के विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी।

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