शाह को नहीं छेड़ते तो बच जाते चिराग, अब एलजेपी-आर में टूट तय! BJP के संपर्क में कई नेता

पटना/नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पिछले कई दिनों से बागी सुर अपनाए हुए हैं. वे लगातार नरेंद्र मोदी सरकार को असहज करने वाला बयान दे रहे हैं. बीते दिनों तो उन्होंने विपक्षी नेताओं के सुर में सुर मिलाते हुए जातीय जनगणना की मांग कर दी. बताया जा […]

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शाह को नहीं छेड़ते तो बच जाते चिराग, अब एलजेपी-आर में टूट तय! BJP के संपर्क में कई नेता

Vaibhav Mishra

  • August 30, 2024 4:30 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

पटना/नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पिछले कई दिनों से बागी सुर अपनाए हुए हैं. वे लगातार नरेंद्र मोदी सरकार को असहज करने वाला बयान दे रहे हैं. बीते दिनों तो उन्होंने विपक्षी नेताओं के सुर में सुर मिलाते हुए जातीय जनगणना की मांग कर दी. बताया जा रहा है कि चिराग से इस रुख से बीजेपी आलाकमान काफी नाराज हैं. इस बीच सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि चिराग की पार्टी के कई नेता भाजपा के संपर्क में हैं.

तो अब फिर से टूटेगी एलजेपी?

दावा किया जा रहा है कि चिराग पासवान को एक बार फिर अपनी पार्टी में टूट का सामना करना पड़ा सकता है. उनकी पार्टी के कई बड़े नेता, जिसमें सांसद भी शामिल हैं. वे जल्द ही भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं. मालूम हो कि इससे पहले एलजेपी संस्थापक राम विलास पासवान के निधन के बाद पार्टी में टूट हुई थी. उस वक्त चिराग के चाचा पशुपति पारस ने सभी सांसदों को अपने साथ मिलाकर केंद्र में मंत्री का पद हासिल कर लिया था.

बागी बने हुए हैं चिराग पासवान

बता दें कि चिराग पासवान इससे पहले भी एनडीए से अलग रुख अपना चुके हैं. हाल ही में उन्होंने केंद्र सरकार की लेटरल एंट्री वाली भर्ती का पुरजोर विरोध किया था. इसके अलावा अनुसूचित जाति (SC) व जनजाति (ST) आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ हुए भारत बंद का भी उन्होंने समर्थन किया था.

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