नई दिल्ली: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर का रेप होने के बाद पूरे देश में हाहाकार मच गया, जिसके बाद जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए. कई बार उनसे काम पर लौटने की अपील भी की गई, लेकिन वो अपने काम पर नहीं लौटे. वहीं अब तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस के मंच से सीएम […]
नई दिल्ली: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर का रेप होने के बाद पूरे देश में हाहाकार मच गया, जिसके बाद जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए. कई बार उनसे काम पर लौटने की अपील भी की गई, लेकिन वो अपने काम पर नहीं लौटे. वहीं अब तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस के मंच से सीएम ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों को चेतावनी दी है.
बता दें कि 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल से एक ट्रेनी डॉक्टर की शव बरामद किया गया था. वहीं इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था. हालांकि, इस मामले को लेकर कई आरोप हैं कि इस में कई लोग शामिल हैं. इस घटना के बाद से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. वहीं सीएम ममता ने उन्हें धीरे-धीरे काम पर लौटने को कहा है.
मेयो रोड पर आयोजित कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने कहा कि आज भी जूनियर डॉक्टरों की रैली हो रही है. मैं चाहती हूं कि वे इसे अच्छे से करें. उन्हें मेरा समर्थन रहेगा. सुप्रीम कोर्ट ने भी सभी को काम पर लौटने की गुजारिश की है. देखा जा रहा है कि कई लोगों की मौत हो रही है, क्योंकि चिकित्सा सेवा नहीं मिल पा रही है. हमने अब तक आप लोगों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है और आने वाले समय में भी नहीं उठाएंगे, लेकिन अब धीरे-धीरे आप काम पर लौटें.
ममता ने आगे यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से राज्य सरकार को कार्रवाई के लिए ग्रीन सिग्नल मिल चुका है और सरकार उचित कदम उठा सकती है, लेकिन मैं उस अधिकार का उपयोग नहीं करना चाहतीं. ममता ने कहा कि मैं यहीं चाहती हूं कि वे अच्छे से पढ़ाई करें. अगर मैं किसी के भी खिलाफ FIR दर्ज करा दूं, तो उसका भविष्य दांव पर लग जाएगा. उसे कहीं भी मौका नहीं मिलेगा, न ही पासपोर्ट या वीजा मिलेगा, उसे न्याय भी नहीं मिलेगा. उसका पूरा जीवन तहस-नहस हो जाएगा.
तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम चल रहा था और जूनियर डॉक्टरों की रैली भी चल रही थी. वहां एक जूनियर डॉक्टर नेता ने सवाल उठाया कि जो संदिप घोष और विनीत गोयल के खिलाफ गंभीर आरोप हैं, उन्हें सीएम क्यों नहीं हटातीं?