Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • गुजरात में बारिश, बाढ़ और बिजली का कहर, 3 दिन में 26 लोगों की मौत

गुजरात में बारिश, बाढ़ और बिजली का कहर, 3 दिन में 26 लोगों की मौत

नई दिल्ली: गुजरात में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 19 और लोगों की मौत हो गई, जिससे तीन दिनों में ऐसी घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या 26 हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को लगातार चौथे दिन राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश जारी रही. […]

Advertisement
गुजरात में बारिश, बाढ़ और बिजली का कहर, 3 दिन में 26 लोगों की मौत
  • August 29, 2024 1:53 am Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: गुजरात में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 19 और लोगों की मौत हो गई, जिससे तीन दिनों में ऐसी घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या 26 हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को लगातार चौथे दिन राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश जारी रही. वहीं, 17,800 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

इन जिलों में हुई परेशानी

बुधवार को सौराष्ट्र क्षेत्र के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटे की अवधि में 50 मिमी से 200 मिमी तक बारिश हुई। देवभूमि द्वारका जिले के भनवाद तालुका में इस अवधि के दौरान 185 मिमी वर्षा हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को सौराष्ट्र के जिलों के विभिन्न हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है.

26 लोगों की मौत

अधिकारियों ने बताया कि वडोदरा शहर में अपने घरों और छतों पर फंसे लोगों को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और सेना की तीन टुकड़ियों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा, सेना, भारतीय वायु सेना और तटरक्षक बल बारिश से प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान चला रहे हैं, जिसमें अब तक लगभग 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और 2,000 लोगों को बचाया गया है. पिछले तीन दिनों में 26 लोगों की मौत हो चुकी है. ये मौतें राजकोट, आनंद, महिसागर, खेड़ा, अहमदाबाद, मोरबी, जूनागढ़ और भरूच जिलों से हुई हैं।

Also read…

आ गया पृथ्वी के विनाश का समय, पर्वत से गायब है ‘ॐ’, कहां गया छोटा कैलाश?

Advertisement