शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून के केहर से जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बता दें, बीते चौबीस घंटों के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में तेज बारिश के कारण लोगों के लिए काफी समस्यांए खड़ी हो गई हैं । मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया […]
शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून के केहर से जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बता दें, बीते चौबीस घंटों के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में तेज बारिश के कारण लोगों के लिए काफी समस्यांए खड़ी हो गई हैं । मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें गरज के साथ भारी बारिश और बिजली गिरने की आभास जताए गए हैं।
बारिश के कारण प्रदेश में 126 सड़कें बंद की गई हैं। इनमें से शिमला में 41 सड़के, मंडी में 50 सड़के और सोलन में 12 सड़के बंद है. इतना ही नहीं, कांगड़ा में 10, कुल्लू में 6, और सिरमौर में 4 सड़कें भी भारी बारिश के कारन बंद हैं। इसके अलावा, ऊना, किन्नौर, लाहौल और स्पीति जिलों में भी सड़के बंद है। वहीं पेड़ गिरने और भूस्खलन के कारण सड़कों की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 1191 बिजली की लाइनों और 27 जलापूर्ति योजनाओं पर भी बारिश का प्रभाव पड़ा है। हाल ही में हुई बारिश के आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा काहो में 84 मिलीमीटर, जुब्बड़हट्टी में 83 मिलीमीटर और कुफरी में 73 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई हैं। वहीं शिमला में 62.8 मिलीमीटर, पच्छाद में 59 मिलीमीटर और चौपाल में 42.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। जानकरी के अनुसार मानसून के चलते अब तक 144 लोगों की जान जा चुकी है और राज्य को 1,217 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है। राज्य की वर्तमान स्थिति को देखते हुए राहत की उम्मीद फिलहाल कम ही बताई जा रही है।
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