नई दिल्ली: असम के राजनीतिक गर्माहट तेज हो गई है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि वह पक्षपात करेंगे और ‘मिया’ मुसलमानों को राज्य पर “कब्जा” नहीं करने देंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम नागांव में 14 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार के मामले में राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति […]
नई दिल्ली: असम के राजनीतिक गर्माहट तेज हो गई है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि वह पक्षपात करेंगे और ‘मिया’ मुसलमानों को राज्य पर “कब्जा” नहीं करने देंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम नागांव में 14 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार के मामले में राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर विपक्षी दलों द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्तावों पर विधानसभा में बोल रहे थे।
असम CM ne प्रस्ताव का जवाब देते हुए कहा ,यदि जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखा जाता तो अपराध दर में बढ़ौतरी नही होती। विपक्ष ने जब उन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया तो हिमंत सरमा ने पलटवार करते हुए कहा, “मैं पक्षपात करूंगा, आप क्या कर सकते हैं?” “लोअर असम के लोग अपर असम क्यों जाएंगे? ताकि मिया मुसलमान असम पर कब्जा कर सकें?
गंभीर बहस के बीच, सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सदस्य सदन के वेल में आ गए, जिससे स्पीकर बिस्वजीत दैमारी को कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
असम में विपक्षी दलों ने विधानसभा परिसर समेत राजधानी गुवाहाटी के कई इलाकों में प्रदर्शन किया। इस दौरान विपक्षी दलों ने असम में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा और उनके खिलाफ अपराधों को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया। इसके अलावा विपक्षी नेता देवव्रत सैकिया के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा भवन के अंदर से परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा तक मार्च निकाला। जहां उन्होंने हाथों में तख्तियां लेकर महिलाओं की सुरक्षा की मांग करते हुए नारे लगाए।
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