नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के गठबंधन ने यूपी में कमाल कर दिया. दोनों दलों ने सत्ताधारी बीजेपी को ऐसा तगड़ा झटका दिया कि वह बहुमत से दूर हो गई. आम चुनाव के नतीजों से गदगद सपा और कांग्रेस अब 2027 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी गई […]
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के गठबंधन ने यूपी में कमाल कर दिया. दोनों दलों ने सत्ताधारी बीजेपी को ऐसा तगड़ा झटका दिया कि वह बहुमत से दूर हो गई. आम चुनाव के नतीजों से गदगद सपा और कांग्रेस अब 2027 में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी गई है. इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस के सामने बड़ी मांग रख दी है. लेकिन कांग्रेस ने इस मांग को पूरी करने से इनकार कर दिया है. जिसके बाद अब दोनों दलों के बीच तकरार होना तय है.
दरअसल, अखिलेश अब सपा को राष्ट्रीय पार्टी बनाना चाहते हैं. इसके लिए वह कुछ इस साल के आखिरी में होने वाले महाराष्ट्र और हरियाणा को लड़ना चाहते हैं. अखिलेश ने I.N.D.I.A गठबंधन के तहत महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस से सीटें मांगी है. लेकिन दोनों राज्यों के कांग्रेसी नेताओं ने सपा की इस मांग को पूरा करने से इनकार कर दिया है.
बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी अकेले दम पर राज्य में चुनावी लड़ेगी. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले लड़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने सपा को एक भी सीट देने से इनकार कर दिया है. वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं के बयानों से भी साफ है कि सपा को वहां भी कोई सीट नहीं मिलने वाली है. ऐसे में अगर अखिलेश दोनों राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो उन्हें कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार उतारने होंगे, इसके साथ ही कांग्रेस के विरुद्ध प्रचार भी करना पड़ेगा.
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