नई दिल्ली: त्रिपुरा की राजधानी से 10 किमी दूर जिरानिया में काली की मूर्ति को खंडित किए जाने के बाद पैदा हुए तनाव के कारण और उसके बाद हुई हिंसा में कम से कम 16 घर और कई वाहन जला दिए गए, जिसमें चार-पांच लोग भी घायल हो गए.
नई दिल्ली: त्रिपुरा की राजधानी से 10 किमी दूर जिरानिया में काली की मूर्ति को खंडित किए जाने के बाद पैदा हुए तनाव के कारण और उसके बाद हुई हिंसा में कम से कम 16 घर और कई वाहन जला दिए गए, जिसमें चार-पांच लोग भी घायल हो गए.
पश्चिम त्रिपुरा जिले के कैतोइराबारी इलाके में एक मंदिर में काली की मूर्ति के अपमान को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद के बाद यह हिंसा भड़क उठी. वहीं जिला मजिस्ट्रेट विशाल कुमार ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत सार्वजनिक आंदोलन और सभा पर प्रतिबंध जारी किया है. जिरानिया उपखंड में सोमवार रात एक बजे से अगले 48 घंटों के लिए पांच या अधिक लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी गई है.
वहीं पत्रकारों से बात करते हुए स्थानीय निवासी सुमन मिया ने कहा कि इस क्षेत्र में सभी समुदाय कई पीढ़ियों से शांति से एक साथ रह रहे हैं. हम अपने परिवारों से धन जुटाते हैं और यहां काली पूजा में योगदान देते हैं. कल किसी ने यहां काली की मूर्ति को खंडित कर दिया और हमने यह जानने के लिए एक शालिशी सोभा (स्थानीय बैठक) बुलाई कि क्या हुआ. बैठक सोमवार दोपहर को क्षेत्र में एक और बैठक आयोजित करने के निर्णय के साथ समाप्त हुई. हालांकि जब हम सोने जा रहे थे तो हमने इलाके में कई लोगों के इकट्ठा होने का शोर सुना. उन्होंने कई घरों में आग लगा दी और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. हम न्याय चाहते हैं.
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