नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पिछले कुछ दिनों से नरेंद्र मोदी सरकार का असहज करने वाला बयान दे रहे हैं. इस बीच एक बार फिर से उन्होंने राष्ट्रीय जन तांत्रिक गठबंधन (NDA) की विचारधारा से अलग राय रखी है. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा […]
नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पिछले कुछ दिनों से नरेंद्र मोदी सरकार का असहज करने वाला बयान दे रहे हैं. इस बीच एक बार फिर से उन्होंने राष्ट्रीय जन तांत्रिक गठबंधन (NDA) की विचारधारा से अलग राय रखी है. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की जाति जनगणना वाली मांग का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि हम चाहते हैं कि जातिगत जनगणना करवाई जाए.
झारखंड की राजधानी रांची में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चिराग ने कहा कि हमने हमेशा जातिगत जनगणना का समर्थन किया है. हमारी पार्टी चाहती है कि जाति जनगणना करवाई जाए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कई बार केंद्र और राज्य सरकार ऐसी योजनाएं बनाती हैं जिसमें जाति को महत्व दिया जाता है. ऐसे में अगर सरकार के पास सभी जातियों की संख्या की जानकारी होगी तो उसे योजना बनाने और उसे प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद मिलेगी.
बता दें कि चिराग पासवान इससे पहले भी एनडीए से अलग रुख अपना चुके हैं. हाल ही में उन्होंने केंद्र सरकार की लेटरल एंट्री वाली भर्ती का पुरजोर विरोध किया था. इसके अलावा अनुसूचित जाति (SC) व जनजाति (ST) आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ हुए भारत बंद का भी उन्होंने समर्थन किया था.
आरक्षण के मुद्दे पर चिराग पासवान का कड़ा रुख, LJP उठाने जा रही बड़ा कदम