मुस्लिमों पर लगाया गया था मंदिर तोड़ने का आरोप, पंडित ने बताया बांग्लादेश का सच!

नई दिल्ली: अभी हमें ने कुछ दिनों पहले ही देखा कि बांग्लादेश में किस तरह से हिंसा हुआ है. लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए है. जी हां.. जब से बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ है, तब से कई तरह के हिंसा की खबर सामने आ रही  है. हालांकि अब जो खबर सामने […]

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मुस्लिमों पर लगाया गया था मंदिर तोड़ने का आरोप, पंडित ने बताया बांग्लादेश का सच!

Zohaib Naseem

  • August 26, 2024 8:13 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: अभी हमें ने कुछ दिनों पहले ही देखा कि बांग्लादेश में किस तरह से हिंसा हुआ है. लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए है. जी हां.. जब से बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ है, तब से कई तरह के हिंसा की खबर सामने आ रही  है. हालांकि अब जो खबर सामने आई है, उसे पढ़ने के बाद शायद आपको यकीन न हो. बांग्लादेश से जो खबर सामने आई है, वह हिंदू-मुस्लिम की एकता को दर्शाता है. वहीं बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित प्राचीन ढाकेश्वरी मंदिर की अधिष्ठात्री देवी को सभी मानवों की माता से जाना जाता है.

 

मंदिर की रक्षा की

 

बता दें कि इस पवित्र तीर्थस्थल के एक पुजारी ने कहा कि देश में शेख हसीना की जब सरकार गिरी, उसके तुरंत बाद हिंदू, मुस्लिम और अन्य स्थानीय समुदाय के अनेक लोग शक्तिपीठ की रक्षा की. वे सब एक साथ आए और इसे नुकसान नहीं होने दिया. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रातभर यहां पहरा दिया, ताकि मंदिर को कोई नुकसान न पहुंचा सके.

 

बंगाल में रहते है

 

ढाकेश्वरी मंदिर के मुख्य पुजारियों में से एक अशिम मैत्रो ने कहा कि कई धर्मों के लोग यहां आते हैं और प्रार्थना करते हैं. मां सभी को आशीर्वाद देती है… चाहे वे कोई भी धर्म के क्यों न हों. वे यहां कृपा, समृद्धि और मानसिक शांति की प्राप्ति की लिए आते हैं. हालांकि वो करीब 15 वर्षों से मंदिर में सेवा मैत्रो कर रहे हैं. वहीं पुजारी के अधिक परिवार पश्चिम बंगाल में भी रहते हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर में शाम की आरती सात बजे की जाती है और मस्जिदों में ठीक आधे घंटे पहले नमाज पढ़ी जाती है.

 

 

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