क्या बैंकों के पास लोन बांटने के पैसे खत्म हो रहे हैं, SBI चेयरमैन ने दिया जवाब

बैंकों के पास डिपॉजिट में कमी और लोन बांटने की क्षमता को लेकर चिंता बढ़ रही है। इस बीच, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के चेयरमैन दिनेश खारा

Advertisement
क्या बैंकों के पास लोन बांटने के पैसे खत्म हो रहे हैं, SBI चेयरमैन ने दिया जवाब

Anjali Singh

  • August 25, 2024 5:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: बैंकों के पास डिपॉजिट में कमी और लोन बांटने की क्षमता को लेकर चिंता बढ़ रही है। इस बीच, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI ) के चेयरमैन दिनेश खारा ने भरोसा जताया है कि बैंक की स्थिति मजबूत है और लोन देने की क्षमता में कोई दिक्कत नहीं है। खारा का यह बयान उस समय आया है जब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और सरकार जमा वृद्धि में गिरावट को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं।

क्या भविष्य में बैंकों पर संकट

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास और वित्त मंत्री ने इस बात पर चिंता जताई है कि लोग बैंकों में पैसा जमा करने के बजाय म्यूचुअल फंड और स्टॉक मार्केट की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। इस कारण बैंकों में डिपॉजिट कम हो रहे हैं, जिससे उनकी लोन देने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। इसी को देखते हुए सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से नई रणनीति बनाने की अपील की है ताकि वे अधिक से अधिक डिपॉजिट आकर्षित कर सकें।

एसबीआई चेयरमैन का बयान

इन चिंताओं पर एसबीआई चेयरमैन खारा ने कहा कि बैंक की लोन बुक ग्रोथ अच्छी चल रही है और बैंक के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि एसबीआई सरकारी सिक्योरिटीज में किए गए अतिरिक्त निवेश का सही तरीके से मैनेजमेंट कर रहा है, जिससे लोन के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध रहता है। फिलहाल बैंक के पास 16 ट्रिलियन रुपए से अधिक के फंड हैं, जिससे वह लोन दे सकता है।

जमा में सालाना ग्रोथ, लेकिन कुछ गिरावट भी

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एसबीआई की जमा में 8.18% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो 45.31 ट्रिलियन रुपए से बढ़कर 49.02 ट्रिलियन रुपए हो गई। हालांकि, तिमाही आधार पर जमा में 0.29% की मामूली गिरावट आई है।

क्या वाकई में जमा वृद्धि धीमी हो रही है

एसबीआई की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यह कहना गलत है कि बैंकिंग सेक्टर में जमा वृद्धि धीमी हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 में सभी वाणिज्यिक बैंकों ने 1951-52 के बाद से सबसे अधिक डिपॉजिट और लोन वृद्धि दर्ज की। जमा में 15.7 लाख करोड़ रुपए और लोन में 17.8 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि हुई। इस वजह से सीडी (क्रेडिट-डिपॉजिट) अनुपात 113% तक पहुंच गया। वित्त वर्ष 2024 में भी यही रफ्तार जारी रही, जिसमें जमा में 24.3 लाख करोड़ रुपए और लोन में 27.5 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई।

बैंकिंग सेक्टर में कोई बड़ी चुनौती नहीं

एसबीआई के चेयरमैन के बयान से साफ है कि भले ही जमा वृद्धि में कुछ कमी दिख रही हो, लेकिन बैंक अभी भी अपनी लोन देने की क्षमता को बनाए रखने में सक्षम हैं। साथ ही, आरबीआई और सरकार की ओर से उठाए गए कदमों से आने वाले समय में जमा वृद्धि को और बढ़ावा मिलने की संभावना है।

 

ये भी पढ़ें: Zomato लाया नया फीचर, अब शेड्यूल कर पाएंगे ऑर्डर, इन शहरों से शुरू होगी सर्विस

ये भी पढ़ें:कौन हैं टेलीग्राम के सीईओ पावेल डुरोव? फ्रांस में गिरफ्तारी के पीछे क्या है वजह, जानें उनपर लगे आरोप

Advertisement