नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन पहुंचे. रूस और यूक्रेन में पिछले ढाई साल से जारी जंग के बीच उनका कीव पहुंचना पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस बीच पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ बैठक में रूस को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा […]
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन पहुंचे. रूस और यूक्रेन में पिछले ढाई साल से जारी जंग के बीच उनका कीव पहुंचना पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस बीच पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ बैठक में रूस को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से ही शांति का पक्षधर है. कुछ दिनों पहले ही मैंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी. इस दौरान मैंने उनकी आंख से आंख मिलाकर कहा था कि यह समय युद्ध का नहीं है.
बता दें कि 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद यूक्रेन एक अलग देश बना था. तबसे कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री वहां नहीं गए थे. मोदी का यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि जबसे युद्ध छिड़ा है, उस समय से अब तक सिर्फ नाटो देशों के प्रमुख ही यूक्रेन गए हैं. कीव में भारतीय समुदाय के लोगों के प्रधानमंत्री का दिल खोलकर स्वागत किया. भारतीय समुदाय ने भारत माता की जय के नारों के साथ पीएम का अभिवादन किया. भारत से MBBS की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गए छात्र भी स्वागत करने पहुंचे. प्रधानमंत्री कीव के हयात होटल में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगे. पीएम जंग में मारे गए बच्चों को भी श्रद्धांजलि देंगे.
पीएम की यूक्रेन यात्रा भारत की विदेश नीति में अहम साबित हो सकती है. भारत और रूस के बीच हमेशा से ऐतिहासिक संबंध रहे हैं. अभी रूस और युक्रेन के बीच जंग जारी है, ऐसे में पीएम की यात्रा पश्चिमी देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. साथ ही साथ यूक्रेन यात्रा से मोदी दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत संवाद और कूटनीति के द्वारा संघर्ष को समाप्त करने पर जोर देता है.
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