नई दिल्ली। बांग्लादेश में तख्तपलट के बाद हिन्दुओं के साथ कत्लेआम हुए। अब पड़ोसी मुल्क भारत विरोधी प्रॉपगेंडा फैला रहे हैं। पिछले कई घंटों से कट्टरपंथी सोशल मीडिया पर #IndiaOut और #ShameOnIndia जैसे ट्रेंड चलाने में लगे हुए हैं। वहां पर भारतीय सामानों के बहिष्कार की बातें कही जा रही है। दरअसल बांग्लादेश में यह […]
नई दिल्ली। बांग्लादेश में तख्तपलट के बाद हिन्दुओं के साथ कत्लेआम हुए। अब पड़ोसी मुल्क भारत विरोधी प्रॉपगेंडा फैला रहे हैं। पिछले कई घंटों से कट्टरपंथी सोशल मीडिया पर #IndiaOut और #ShameOnIndia जैसे ट्रेंड चलाने में लगे हुए हैं। वहां पर भारतीय सामानों के बहिष्कार की बातें कही जा रही है। दरअसल बांग्लादेश में यह खबर फैलाई जा रही है कि वहां आये बाढ़ के लिए भारत जिम्मेदार है। मीडिया में भी ये खबर चल रही है कि देश के कुछ हिस्सों में भारत की वजह से बाढ़ आई है।
भारत ने बांग्लादेश में फैलाये जा रहे इस प्रॉपगेंडा पर सख्त प्रतिक्रिया दी है। भारत सरकार ने बांग्लादेश के आरोपों को गलत बताते हुए साद किया है कि वहां पर ये स्थिति त्रिपुरा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नहीं हुई है। बांग्लादेशी मीडिया का कहना है कि त्रिपुरा में गुमती नदी पर बने बांध के फाटक खोलने की वजह से बाढ़ की स्तिथि बनी हुई है। वहीं भारत ने कहा है कि दोनों देशों के बीच साझा नदियों के कारण बाढ़ साझा समस्या है। इससे दोनों पक्षों को परेशानी उठानी पड़ती है। बांग्लादेश में जो ख़बरें चल रही है वह सही नहीं है।
गौरतलब है कि बांग्लादेश की मौजूदा लीडरशिप की हर मामले में भारत को जिम्मेदार ठहराने की पुरानी आदत है। इससे पहले जब बांग्लादेश में आम चुनाव हुए थे उस वक्त भी बांग्लादेश के इन नेताओं ने भारत पर गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि भारत अपनी खुफिया एजेंसी के जरिए बांग्लादेश के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है। मालूम हो कि भारत पर हमेशा से शेख हसीना और उसकी पार्टी का समर्थन करने का आरोप लगता रहा है। हसीना का जब तख्तापलट हुआ और वह बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गईं, उस वक्त भी बांग्लादेश के नेताओं ने ऐसे आरोप लगाए थे।
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