नई दिल्ली: एससी एसटी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो कोटे के अंदर कोटे की बात कही गई थी, उसको लेकर जबरदस्त विरोध हो रहा है.
नई दिल्ली: एससी एसटी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जो कोटे के अंदर कोटे की बात कही गई थी, उसको लेकर जबरदस्त विरोध हो रहा है. कई दल और संगठन इसके विरोध में उतर आये हैं. अब बुधवार को एससी एसटी समाज से जुड़े कई संगठन भारत बंद कर रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल भी इस भारत बंद को सफल बनाने के लिए समर्थन करेगा. इस पर iTV ने एक सर्वे किया है, जिसमें पांच सवाल पूछे गये-
Q. क्या आप SC-ST आरक्षण ‘कोटे में कोटा’ के ख़िलाफ़ भारत बंद का समर्थन करते हैं?
बंद का समर्थन- 38.00%
बंद का विरोध- 51.00%
बंद बेअसर होगा- 9.00%
कह नहीं सकते- 2.00%
Q. SC-ST आरक्षण कोटे में कोटा व्यवस्था बनी तो इसका असर क्या होगा?
सबसे कमजोर को फ़ायदा- 39.00%
आरक्षित जातियों में खींचतान बढ़ेगी- 10.00%
आरक्षण पर ख़ेमों में बंटेगा समाज- 25.00%
कोई असर नहीं होगा- 24.00%
कह नहीं सकते- 2.00%
Q. आरक्षण के मुद्दे पर हो रही राजनीति से किस राजनीतिक दल को सबसे ज़्यादा फ़ायदा पहुँचेगा?
इंडिया गठबंधन- 44.00%
एनडीए गठबंधन- 15.00%
क्षेत्रीय पार्टियाँ- 21.00%
कह नहीं सकते- 20.00%
Q. देश में सालों से चले आ रहे आरक्षण को लेकर आपकी राय क्या है?
शोषित-वंचित का हक़- 11.00%
आरक्षण की समीक्षा हो- 21.00%
जाति जनगणना को बनाएं आधार- 14.00%
अन्य धर्म के लोगों को भी फ़ायदा मिले- 50.00%
कह नहीं सकते- 4.00%
Q. क्या आरक्षण विरोधी बंद से देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है?
हाँ- 61.00%
नहीं- 17.00%
बंद लोकतांत्रिक अधिकार- 17.00%
कह नहीं सकते- 5.00%
40 करोड़ थे जब महासत्ता को हराया, आज तो 140 करोड़ हैं… लाल किले से पीएम मोदी